अजब प्रेम की गजब कहानी, लेकिन यहाँ तो कुछ उल्टा ही हुआ, जाने कैसे…
लड़का और लड़की के प्रेम के बारे में तो आपने बहुत सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आजकल प्यार में सबकुछ जायज़ हैं आजकल तो लड़का लड़का और लड़की लड़की भी आपस में प्रेम करते हैं। आज हम आपको ऐसी एक खबर से गुफ्तगू कराएंगे जहा एक लड़की अपने प्यार से शादी करना कहती है लेकिन क्यों उसके घरवाले उससे शादी नहीं करवा रहे।
काशीपुर क्षेत्र निवासी दो युवतियां आपस में प्रेम करती हैं और शादी करना चाहती हैं लेकिन उसकी इस राह में बहुत कठिनाईयां हैं। दोनों युवतियों ने अपने समलैंगिक संबंध के चलते संयुक्त मजिस्ट्रेट की अदालत में आपस में विवाह के लिए आवेदन किया था, लेकिन संयुक्त मजिस्ट्रेट ने आवेदन लेने से इंकार कर दिया। दो वर्ष पहले ठाकुरद्वारा (मुरादाबाद) के एक गांव की युवती फेसबुक के माध्यम से पैगा चौकी क्षेत्र निवासी एक गांव की युवती के संपर्क में आई। आपस में बात करते करते दोनों युवातियों को आपस में प्रेम हो गया और पिछले दो वर्ष से दोनों में समलैंगिक संबंध हैं।
इन दिनों काशीपुर निवासी युवती के परिजन उसकी शादी कही और करवाना चाहते हैं। इस बात की सूचना जब उसने अपनी समलैंगिक सहेली को बताई तो दोनों युवतियों ने आपस में शादी करने का फैसला कर लिया। उन्होंने महिला अधिवक्ता हेमा जोशी से संपर्क किया। हेमा ने युवतियों को आवेदन के लिए काशीपुर बुला लिया और दोनों काशीपुर में एक परिचित के घर रुकीं।
अधिवक्ता ने विवाह पंजीकरण कराने से संबंधित कार्यवाही के लिए संयुक्त मजिस्ट्रेट हिमांशु खुराना से संपर्क किया तो संयुक्त मजिस्ट्रेट ने कहा कि विशेष विवाह अधिनियम में समलैंगिकों के विवाह के लिए कोई प्रावधान अभी तक नहीं बना है। इसे लेकर अभी कानून पारित नहीं हुआ है। संयुक्त मजिस्ट्रेट ने बताया कि दोनों युवतियां बालिग हैं। अगर युवतियां चाहे तो वे अपनी मर्जी से साथ रहने को स्वतंत्र हैं। यदि वे सुरक्षा की मांग करतीं हैं तो उन्हें नियमानुसार सुरक्षा प्रदान की जा सकती है।