रणवीर शौरी नहीं बनना चाहते थे एक्टर, इस वजह से ऑफर किया एक्सेप्ट
बॉलीवुड में कई तरह के किरदार निभा चुके रणवीर शौरी आज अपना बर्थडे मना रहे हैं. उनका जन्म 18 अगस्त 1972 को पंजाब के जालंधर में हुआ था. अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुके रणवीर कड़वी हवा, बॉम्बे टॉकीज, सोनचिड़िया, एक था टाइगर और सिंह इज किंग जैसी फिल्मों में अपने अभिनय का दम दिखाया है. लेकिन आपको बता दें कि रणवीर एक्टर नहीं बनाना चाहते थे. उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में किसी और ही वजह से कदम रखा था.
रणवीर की शुरुआती पढ़ाई जालंधर में ही हुई थी और राज्यसभा टीवी के साथ एक इंटरव्यू में रणवीर शौरी ने बताया कि 21 साल की उम्र में उन्होंने ये तय किया था कि वह एक फिल्ममेकर बनना चाहते हैं. उन दिनों उनके पिता का बिजनेस भी कुछ खास ठीक नहीं चल रहा था.
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रणवीर शुरुआती 5-6 साल तक कैमरा के पीछे काम करते रहे थे. उन्होंने सबसे पहले दूरदर्शन के लिए मिर्च मसाला शो में सेगमेंट डायरेक्टर का काम करना शुरू किया. इसके बाद उन्होंने कई टीवी शोज के लिए पर्दे के पीछे काम किया.
रणवीर ने कुछ वक्त बाद चैनल वी ज्वॉइन किया और वहां पर बतौर प्रोड्यूसर डायरेक्टर (फिक्शन) काम करने लगे. इस चैनल पर कुछ वक्त तक अलग-अलग शोज को डायरेक्ट करने के बाद उन्हें उनका सबसे बड़ा ब्रेक मिला जिसके बाद वह पर्दे के पीछे से पर्दे के आगे आ गए.
उन्हें यह ब्रेक दिया था शशांक घोष ने जो उस दौर में उनके बॉस हुआ करते थे. शशांक का कहना था कि वह लोगों का जो मनोरंजन ऑफिस में करते हैं वो यदि स्क्रीन पर करेंगे तो बेहतर होगा. रणवीर ने भी ये काम हाथों हाथ ले लिया क्योंकि उन्हें एक्टिंग करने के लिए ज्यादा पैसे ऑफर हो रहे थे.
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रणवीर ने अपने परिवार की आर्थिक हालत को ध्यान में रखते हुए इस ऑफर को एक्सेप्ट करना ही सही समझा. रणवीर को कैमरा के पीछे से कैमरा के आगे आने में तकरीबन 5-6 साल का वक्त लगा. इसके बाद एक ऐसा दौर आया जब वह कैमरा और एक्टिंग दोनों कर रहे थे.
1997 में रणवीर ने वीजे का काम शुरू किया और साल 2002 तक ये काम किया. इसके बाद उनके सामने ये सवाल था क्या वह वापस कैमरा के पीछे जाएं या इसी काम को जारी रखें? काफी सोचने के बाद उन्हें लगा कि कैमरा के पीछे का काम तो वह कभी भी शुरू कर सकते हैं.
यही वजह थी कि उन्होंने कैमरा के आगे का काम जारी रखा. उनके दोस्तों और परिवार के लोगों ने भी यही सलाह दी. इसके बाद रणवीर ने थिएटर ज्वॉइन कर लिया और साल 2001 में उनकी पहली फिल्म शूट रिलीज हुई थी.