
मुजफ्फराबाद: पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से ही पाकिस्तान हर दिन भारत के खिलाफ साजिश कर रहा है। लेकिन अब वह इस साजिश में खुद ही घिरता जा रहा है। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के लोग अब पाकिस्तान से आजादी पाने के लिए आखिरी जंग को तैयार हैं।
भारत के खिलाफ साजिश की पाक को सजा
भारत के हिस्से का 13 हजार वर्ग किलोमीटर इलाका पाकिस्तान के कब्जे में अब भी है। यहां के लोग पाकिस्तान से आजादी पाने के लिए गुलाम कश्मीर के 30 लाख लोग तड़प रहे हैं।
भारत के जम्मू-कश्मीर में 22 अक्टूबर को विलय दिवस और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में काला दिवस मनाया जाता है। 69 साल पहले आज ही के दिन महाराजा हरिसिंह ने अपनी रियासत जम्मू-कश्मीर के बिना शर्त भारत में विलय के दस्तावेज पर दस्तखत किये थे।
गौरतलब है कि पाकिस्तानी सेना ने 22 अक्टूबर 1947 को कबाइलियों के वेश में भारत पर हमला बोला था। पीओके के लोग इस दिन पाकिस्तान की हुकूमत और फौज को जमकर कोसते हैं।
पाकिस्तानी हुकूमत के अत्याचारों के बावजूद यहां के लोगों ने हौसला नहीं खोया है। सालों से खुद को पाकिस्तान से आजाद कराने के लिए लड़ रहे हैं।
बीते दिनों पाकिस्तान के सिंध, बलूचिस्तान और पीओके के बुद्धिजीवियों ने बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में इकट्ठे होकर पाकिस्तान के खिलाफ आवाज बुलंद की थी। इनके मुताबिक, पाकिस्तान आतंकवाद से लड़ने के नाम पर आतंकियों को पाल पोस रहा है और सिंध-बलूचिस्तान को बरबाद करने की साजिश के तहत ही पाकिस्तान-चीन इकॉनमिक कॉरिडोर भी बन रहा है।