वर्ल्ड कप खेला जा रहा है. और बारिश ने मज़ा किरकिरा कर रखा है. ग्रुप स्टेज तक 45 मैच खेल जा चुके हैं और अब सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले खेले जाने हैं.
बतादें की अभी ताल बारिश के कारण चार मैच रद्द किए जा चुके हैं. इसके साथ ही कई मैच बारिश से प्रभावित रहे जिसमें डकवर्थ लुईस नियम के तहत मैच का नतीजा आया था.
वहीं वर्ल्ड कप के इतिहास में यह पहली बार है जब एक टूर्नामेंट में 4 मैच बारिश के कारण रद्द हो गए हों. इससे पहले 1992 और 2003 वर्ल्ड कप में बारिश की वजह से दो मैच रद्द हो गए थे. लगातार बारिश से मैच में खलल को लेकर आईसीसी के सीईओ डेविड रिचर्डसन ने कहा था-
वर्ल्ड कप में हरेक मैच के लिए एक रिजर्व दिन रखना टूर्नामेंट को बहुत लंबा कर देगा और व्यावहारिक तौर पर इसे इम्प्लीमेंट करना बहुत पेचीदा होगा. इस बात की भी कोई गारंटी नहीं है कि रिजर्व वाले दिन बारिश न हो. वर्ल्ड कप में एक मैच करवाने में करीब 1200 से अधिक लोग साइट पर होते हैं. ऐसे में रिजर्व-डे रखने के लिए कर्मचारियों की संख्या में भी बढ़ोतरी करनी होगी. यह जानते हुए कि वर्ल्ड कप में 45 ग्रुप मैच खेले जाने हैं, नॉक-आउट मैचों (सेमीफाइनल और फाइनल) के लिए पहले ही एक दिन रिजर्व रखा गया है.
जहां सेमीफाइनल मैच में अगर बारिश हो जाए तो एक रिज़र्व दिन होता है जिस दिन मैच खेला जा सकता है. अगर रिजर्व वाले दिन भी बारिश जारी रहती है तो लीग मैच में जिस टीम के पॉइंट्स अधिक होंगे वह टीम फाइनल में पहुंचेगी.
दरअसल फाइनल मैच में अगर बारिश हो जाए तो एक रिज़र्व दिन होता है जिस दिन मैच खेला जा सकता है. अगर रिजर्व वाले दिन भी बारिश आएगी तो फाइनल में पहुंची दोनों टीम ट्रॉफी शेयर करेगी. फाइनल मैच अगर टाई होता है तो सुपर ओवर से निर्णय लिया जाएगा.