अगर आपने भी इंस्टॉल कर लिया है फेसबुक तो जरुर जान लें ये बात, पड़ सकता है भुगतना
नई दिल्ली। हाल ही में हुए एक अध्ययन में फेसबुक को लेकर चौंकाने वाली बात सामने आयी है। रिसर्च के मुताबिक अगर आपने मोबाइल पर फेसबुक ऐप इंस्टॉल नहीं किया है या आपका फेसबुक अकाउंट नहीं है तब भी फेसबुक कंपनी दूसरे ऐप की मदद से आपके डेटा तक पहुंच बना सकती है।
ऐसे सभी ऐप जिन्हें बनाते समय फेसबुक एसडीके नाम के ऐप डेवलपिंग टूल का इस्तेमाल किया गया, वे यूजर का डेटा फेसबुक को भेज सकते हैं। ड्यूलिंगो, ट्रिपएडवाइजर, इंडीड और स्काय स्कैनर जैसे नामी एंड्रॉयड ऐप भी यूजर का डेटा फेसबुक के साथ शेयर कर रहे हैं।
जर्मनी के शहर लाइपजिग में हुई ‘कैओस कम्प्यूटर कांग्रेस’ में इस रिसर्च को प्रस्तुत किया गया। ज्यादातर एप डेवलपिंग कंपनियां फेसबुक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट (एसडीके) इस्तेमाल कर रही हैं। जितने भी एप एसडीके के जरिए डेवलप हुए हैं, वे सभी फेसबुक से जुड़े हैं। यूजर जितनी बार एप का इस्तेमाल करता हैं, उतनी बार डेटा फेसबुक तक पहुंचता है।
मोबाइल फोन में सेव किए गए नंबर, फोटो-वीडियो, ई-मेल्स आप किन-किन साइट्स को कितने समय तक देखते हैं या देख चुके हैं। एप्स पर किस तरह की जानकारियां खोजते हैं आदि।
भाषा सिखाने वाल एप डुओलिंगो, ट्रैवल एंड रेस्टोरेंट एप, ट्रिप एडवाइजर, जॉब डेटाबेस इनडीड और फ्लाइट सर्च इंजन स्काई स्कैनर के नाम सामने आ चुके हैं। ब्रिटिश संस्था ने बाकी के 18 एप्स का खुलासा अभी नहीं किया है।
एप से फेसबुक को यूजर के व्यवहार की जानकारी मिल जाती है। यह जानकारियां बेची भी जाती हैं। इसके आधार पर तय किया जाता है कि यूजर को किस वक्त कौन सा विज्ञापन दिखाया जाए।
Switzerland में दिव्यांका पति विवेक के साथ मना रही हैं HOLIDAY
इस अध्ययन से सामने आए परिणामों पर सफाई देते हुए फेसबुक ने कहा, “कई कंपनियां डेटा शेयर करती हैं और यह एक आम बात है। डेटा शेयर करना यूजर और कंपनी दोनों के लिए उपयोगी होता है। इन जानकारियों से ऐप डेवलपर को अपने ऐप की गुणवत्ता सुधारने में मदद मिलती है। यह एक पारदर्शी प्रक्रिया है जिसकी जानकारी हमारी डेटा और कुकीज पॉलिसी के जरिए यूजर्स को दी जाती है।”