लोकसभा चुनाव से पहले उपचुनाव, क्या नतीजों से पड़ेगा प्रभाव
राजस्थान की रामगढ़, हरियाणा की जींद, तमिलनाडु की तिरुवरूर सीट पर हो रहे उपचुनाव को लिए सोमवार को मतदान शुरू हो गया. लोकसभा चुनाव 2019 से पहले ये आखिरी उपचुनाव हैं. ऐसे में इन चुनाव के परिणाम कांग्रेस और बीजेपी के लिए काफी महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं. इन सीटों पर हो रहे चुनाव के नतीजे 31 जनवरी को घोषित किए जाएंगे.
राजस्थान के अलवर जिले की रामगढ़ विधानसभा सीट पर कुल 20 प्रत्याशी हैं, लेकिन कांग्रेस, बीजेपी और बसपा के बीच मुकाबला है. बसपा से पूर्व केन्द्रीय मंत्री नटवर सिंह के पुत्र जगत सिंह, कांग्रेस से साफिया जुबेर खान और बीजेपी से सुखवंत सिंह मैदान में हैं.
बता दें कि राजस्थान विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पूर्व रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के बसपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह के निधन के चलते इस सीट पर मतदान नहीं हो सके थे. रामगढ़ विधानसभा सीट पर 2.35 लाख वोटर हैं, जिनमें से 1.10 लाख महिला मतदाता है. उपचुनाव के लिये 278 मतदान केंद्र बनाये गए हैं.
हरियाणा के जींद सीट पर हो रहे उपचुनाव में दो महिला उम्मीदवारों सहित 21 उम्मीदवार प्रत्याशी मैदान में हैं. बीजेपी से डॉ. कृष्णलाल मिढ़ा, कांग्रेस से रणदीप सिंह सुरजेवाला और इनेलो से उम्मेद सिंह शामिल हैं. इसके अलावा सांसद दुष्यंत चौटाला के भाई दिग्विजय सिंह चौटाला के मैदान में उतरने से मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है.
जींद विधानसभा सीट पर कुल 1,71,113 मतदाता हैं, इनमें करीब 80,000 महिलाएं हैं. जींद विधानसभा क्षेत्र में कुल 158 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. यह उपचुनाव जींद से इनेलो विधायक डा. हरिचंद मिढ़ा के निधन के चलते हो रहा है.
वहीं, तमिलनाडु की तिरुवरूर सीट से विधायक डीएमके सुप्रीमो एम करुणानिधि की मौत के बाद से सीट रिक्त हुई है.