
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर महागठबंधन ने गुरुवार को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी एकजुटता का ऐलान किया। होटल मौर्या में आयोजित इस प्रेस वार्ता में सभी सात घटक दलों ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया, जबकि विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार बनने पर अन्य वर्गों से भी उपमुख्यमंत्री नियुक्त किए जाएंगे, ताकि सभी का प्रतिनिधित्व हो। यह घोषणा नाम वापसी की अंतिम तिथि पर आई है, जब सीट बंटवारे पर बातचीत आखिरी घंटों तक चली।
महागठबंधन के सभी घटकों ने स्पष्ट संदेश दिया कि वे बिहार में बदलाव लाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि गठबंधन नया बिहार बनाने के लिए एकजुट हुआ है और एनडीए की निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकेगा। उन्होंने अमित शाह से सवाल किया कि एनडीए ने नीतीश कुमार को सीएम चेहरा क्यों घोषित नहीं किया, जबकि पहले ऐसा किया था। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि भाजपा नीतीश की पार्टी को खत्म करना चाहती है। उन्होंने भ्रष्टाचार, पुल गिरने, बेरोजगारी और महिलाओं के साथ छल जैसे मुद्दों पर एनडीए पर निशाना साधा। तेजस्वी ने वादा किया कि उनकी सरकार हर परिवार में एक सरकारी नौकरी देगी, माई-बहिन मान योजना लागू करेगी, गैस सिलेंडर 500 रुपये का होगा, जीविका दीदियों को स्थायी नौकरी और 30 हजार रुपये मासिक वेतन मिलेगा तथा संविदाकर्मियों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाएगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले तेजस्वी यादव, मुकेश सहनी और अशोक गहलोत ने बंद कमरे में बैठक की। गहलोत ने कहा कि लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन ने एनडीए को कड़ी टक्कर दी थी, लेकिन बिहार में मामूली वोटों से महागठबंधन पिछड़ गया। उन्होंने एनडीए पर संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। गहलोत ने तेजस्वी को युवा और वादा निभाने वाला बताया, जबकि मुकेश सहनी की छवि को देखते हुए उन्हें डिप्टी सीएम चेहरा बनाने का फैसला लिया गया। उन्होंने 243 सीटों में 5-7 पर फ्रेंडली फाइट की संभावना जताई, लेकिन एकजुटता पर जोर दिया।
भाकपा माले के दीपांकर भट्टाचार्य ने 2020 के चुनाव में चंद सीटों से हार का जिक्र किया और नीतीश सरकार पर छात्रों पर लाठियां बरसाने तथा महिलाओं को 10 हजार रुपये देकर धोखा देने का आरोप लगाया। उन्होंने महाराष्ट्र जैसी घटना दोहराने की आशंका को खारिज करते हुए कहा कि सातों दल एकता से बदलाव का एजेंडा पूरा करेंगे। मुकेश सहनी ने कहा कि साढ़े तीन साल का इंतजार खत्म हुआ और भाजपा को तोड़ने का प्रण पूरा होगा। एआईसीसी प्रभारी कृष्ण अल्लावरू ने कहा कि लालू और तेजस्वी से रणनीति पर चर्चा हुई और एनडीए से पिछले पांच सालों का हिसाब मांगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के पोस्टर में केवल तेजस्वी की तस्वीर होने पर विवाद हुआ। बीजेपी नेता प्रदीप भंडारी ने राहुल गांधी की अनुपस्थिति पर तंज कसा, तो कांग्रेस के उदित राज ने पलटवार किया कि राहुल बिहार प्रचार का प्रमुख चेहरा होंगे। दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि सीएम तो एक ही होता है। यह घोषणा ‘चलो बिहार, बदलें बिहार’ नारे के साथ चुनावी मुहिम की शुरुआत है।