चेन्नई की तर्ज पर होगी लखनऊ मेट्रो में सुरक्षा व्यवस्था
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की महत्वाकांक्षी योजना लखनऊ मेट्रो के शुरू होने में अब ज्यादा वक़्त नहीं रह गया है। मेट्रो को लेकर सीएम अखिलेश ने जरा भी लापरवाही न करने का आदेश अधिकारियों को दिया है। इसी लिए सम्बंधित अधिकारियों ने लखनऊ मेट्रो में सुरक्षा का मॉडल चेन्नई की तर्ज पर रखने का फैसला किया है।
लखनऊ मेट्रो के शुरू होने में सिर्फ 77 दिनों का ही समय शेष बचा है। इसीलिए सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने पूरी ताक़त से काम करना शुरू कर दिया है। बीते दिन लखनऊ मेट्रो के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि मेट्रो की सुरक्षा व्यवस्था अलग अलग एजेंसियां संभालेंगी।
क्विक रिस्पांस टीम(क्यूआरटी), बॉब स्क्वायड व कानून व्यवस्था बनाने के लिए यूपी पुलिस को कहा गया है। साथ ही मेट्रो डिपो तथा स्टेशनों के अन्दर सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने के लिए निजी सुरक्षा एजेंसीयों की भी मदद ली जाएगी। हर एक स्टेशन पर चार से पांच सुरक्षा गार्ड तैनात किये जाएँगे। इन सुरक्षा गार्डों की ड्यूटी को दो शिफ्टों में लगाया जाएगा।
चेन्नई मेट्रो में भी यही सुरक्षा मॉडल काम कर रहा है और सुरक्षा कंपनी जीफोरएस कई अन्य मेट्रो में भी अपनी सेवाएं दे रही है। लखनऊ मेट्रो में निर्माण कार्य भी अब पूरी तेजी के साथ होने लगा है। ट्रांसपोर्ट नगर से लेकर मवैया रेलवे क्रासिंग तक मेट्रो रूट का लगभग काम पूरा किया जा चुका है।
इसके अलावा दूसरी लाइन भी आने वाले छह दिनों में पूरी कर ली जाएगी। साथ ही डिपो से ट्रांसपोर्ट नगर वाया डक्ट तक रैंप बनकर तैयार हो चुका है। सरोजनी नगर में 132 केवी सब स्टेशन की केबलिंग का काम भी पूरा हो गया है। मेट्रो डिपो में आगामी 28 सितंबर से केबलों में करंट दौड़ऩा शुरू भी हो जाएगा।
मेट्रो स्टेशन तक लोगों को लाने की फीडर सर्विस, साईकिल व टैक्सी आदि की पूर्ण व्यवस्था मिलेगी। हालांकि लोगो को अपने निजी वाहन मेट्रो स्टेशन के बहार खड़ा करके ही अन्दर जाना होगा।