
ममता बनर्जी का आरोप है कि हिंसा, भाजपा कार्यकर्ताओं ने की। भाजपा तो पूरे देश में चुनाव लड़ रही है। देश में कहीं हिंसा नहीं होती और सभी छह चरणों में बंगाल में हिंसा होती है।
भाजपा ने रोड शो से पहले जो बैनर पोस्टर लगाए गए थे, उन्हें तीन घंटे पहले ही फाड़ दिया गया, हटा दिया गया।
रोड शो में कोलकाता की जनता का अभूतपूर्व समर्थन मिला। रोड शो के दौरान तीन हमले हुए। बोतल के अंतर केरोसिन डालकर भी फेंकी गईं।
ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति भाजपा ने नहीं तोड़ी। जब कॉलेज का गेट बंद था तो मूर्ति किसने तोड़ी। इसे टीएमसी के गुंडों ने तोड़ा है।
टीएमसी सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। हिंसा का कीचड़ जितना फैलेगा, कमल उतना खिलेगा।ममता सरकार के प्रचार पर रोक क्यों नहीं लगी। ममता की धमकी पर चुनाव आयोग ने एक्शन क्यों नहीं लिया।
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ममता दीदी मुझसे आप उम्र में बड़ी हो सकती हैं, तजुर्बे में मैं आपसे आगे हूं। ज्यादा चुनाव लड़ चुका हूं, लड़वा चुका हूं।मुझे सूचना मिली है कि मुझ पर केस दर्ज किया गया है।
भाजपा, ममता की एफआईआर से डरने वाली नहीं है। 23 मई के बाद दीदी के दिन समाप्त होने वाले हैं। बंगाल में हम 23 से ज्यादा सीटें जीतेंगे। मैं सौभाग्य से ही बचकर निकल पाया। सुप्रीम कोर्ट जज की अध्यक्षता में एसआईटी जांच होनी चाहिए।