
नई दिल्ली : नेपाल सरकार ने सोमवार को माउंट एवरेस्ट पर सफाई अभियान पूरा कर लिया और कहा कि उसने लगभग 11 टन कचरा हटाया है, जो दशकों से चोटी पर पड़ा हुआ था।
वहीं यह सफाई अभियान बीच अप्रैल में शुरू किया गया था और इसमें ऊंची चढ़ाई में माहिर 12 शेरपाओं की एक विशिष्ट टीम शामिल थी। जहां इस टीम ने एक महीने से अधिक समय में पूरे कचरे को हटाया हैं।
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बता दें की नेपाल के पर्यटन विभाग के महानिदेशक डांडू राज घिमिरे ने कहा, “कचरे के अलावा उन्होंने माउंट एवरेस्ट के ऊंचाई पर बने कैंप से चार शव भी बरामद किए, जिन्हें पिछले सप्ताह काठमांडू लाया गया.” घिमिरे के मुताबिक, सफाई अभियान में लगभग 2.30 करोड़ रुपए की लागत आई हैं। जहां उन्होंने कहा कि चीन ने भी दुनिया के सबसे ऊंची चोटी के उत्तरी हिस्से की सफाई के लिए इसी तरह का अभियान लांच किया है।
दरअसल अंतरराष्ट्रीय समुदाय की तरफ से हमेशा चिंता जताई जाती रही है कि नेपाल ने एवरेस्ट की सुंदरता को बनाए रखने को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई है। देखा जाये तो सगरमाथा प्रदूषण नियंत्रण समिति के अध्यक्ष आंग दोरजी शेरपा ने कहा कि एवरेस्ट बेस कैंप और ऊंचाई पर बने कैंप से लगभग सात टन कचरा हटाया है। जहां उन्होंने कहा कि बाकी चार टन कचार लुकला और नामचे बाजार गांवों से हटाया गया है. दोनों गांवों को एवरेस्ट का द्वार माना जाता है.