
REPORT – सचिन त्यागी/बागपत
बागपत के किसानों को अब गन्ने की खेती से हटाकर उनकी आय बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई जैव ऊर्जा समिति की बैठक आयोजित की गई.
बैठक में जनपद के किसानों को लेमन ग्रास की खेती करने के लिये जागरूक करने पर जोर दिया गया, किसान को अन्नदाता के साथ-साथ ऊर्जादाता बनाने का लक्ष्य इस बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिया गया।
जिला अधिकारी की मानें तो योजना के अंतर्गत एक कलस्टर बनाया जाएगा जिसमें 8 ग्राम पंचायतें होंगी इन सभी ग्राम पंचायतों को लेमन ग्रास की खेती सिखाई जाएगी.
जिसमें किसान 1 एकड़ में ₹32000 खर्च कर डेढ़ लाख का मुनाफा कमा सकते हैं। और यह खेती 5 साल तक निरंतर चलती रहती है उसके बाद क्रॉप कटिंग होती है जिससे किसानों की आय दुगनी हो जाएगी.
जनपद का किसान अन्नदाता के साथ-साथ ऊर्जा दाता भी बनेगा , जिसके साथ साथ बायोमास कल्टीवेशन के अंतर्गत हिंडन कृष्णा नदियों के संरक्षण के लिए बांस की खेती पर भी जोर दिया गया.
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प्रशासनिक अधिकारियों का मानना है कि नदियों के पास बांस लगाने से किसानों की आय तो बढ़ेगी ही साथ ही जल संरक्षण और बाढ़ नियंत्रण में भी यह कदम प्रभावी होगा बांस को एक बार लगाने के बाद तीन पीढ़ी तक इसका लाभ लिया जा सकता है.
जैव ऊर्जा समिति की इस बैठक में जिलाधिकारी ने इस अभियान से जुड़े सभी संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदारी के साथ काम करने के लिए भी निर्देश की दिए हैं।