योगी सरकार के प्रयासों से जनता संतुष्ट दिख रही खुश नहीं

रिपोर्ट- पंकज श्रीवास्तव

गोरखपुर। पूर्वांचल के मासूमों पर पिछले तीन दशको से भी अधिक समय से कहर बरपा रही इंसेफ्लाइटिस का कहर आज भी जारी है हालांकि योगी सरकार में किये गए प्रयासों से इस बीमारी का प्रकोप काफी हद तक कम तो हुआ है लेकिन इस बार फिर  मौतों का आंकड़ा 100 के पार पहुँच गया।

इंसेफ्लाइटिस

बीआरडी मेडिकल कॉलेज के इंसेफ्लाइटिस वार्ड में इलाजरत ये बच्चे इंसेफ्लाइटिस के शिकार है। वैसे तो पिछले कई वर्षो तक  सितम्बर माह तक इस बीमारी से  400 से 500 तक मासूमो की मौत हो जाती थी लेकिन इस बार इस बीमारी का कहर कुछ हद तक थमा है।

मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य और जिलाधिकारी के मुताबिक़ इस बीमारी को रोकने के लिए कई विभागों ने जहाँ ओडीएफ और दस्तक अभियान से जागरूकता फैलाई वहीँ सरकार ने मेडिकल कॉलेज ही नहीं पीएचसी सीएचसी में भी सुविधाओ को बढ़ाया है और मुख्यमंत्री जी के साथ ही स्वास्थ विभाग के मंत्री और अधिकारी भी इसकी मॉनिटरिंग करते रहे है जिसकारण मौतों और बिमारी की दर में कमी आई है।

वहीं मेडिकल कालेज प्रशासन पर इंसेफ्लाइटिस के आंकड़ें छुपाये जाने का आरोप लगाते हुए गोरखपुर के सांसद ने सवाल खड़ा किया है उनका कहना है की पिछली सरकारो में मेडिकल कालेज प्रशाशन  इंसेफ्लाइटिस पर रोज आंकड़े देता रहा है लेकिन इस बार ये आंकड़े मिडिया से भी छुपाये जा रहे है ।

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फिलहाल इस बीमारी को लेकर जहाँ बीते कुछ वर्षो तक हो हल्ला मचता रहा है वहीँ इस बार लोगो की खामोशी से ये लगता है की कही न कही इस बीमारी का प्रकोप कुछ हद तक घटा है।

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