
आजमगढ़ जिले के कंधरापुर थाना क्षेत्र के पहलवानपुर गांव में अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र के चक्कर में एक 35 वर्षीय महिला अनुराधा यादव की दर्दनाक मौत हो गई। तहबरपुर थाना क्षेत्र के नैपुरा निवासी रंजीत यादव की पत्नी अनुराधा पिछले एक महीने से अपने मायके पहलवानपुर में पिता बलिराम यादव के घर रह रही थी। संतान न होने के कारण वह मानसिक तनाव में थी। कथित तांत्रिक चंदू ने 22,000 रुपये लेकर उसे संतान प्राप्ति की गारंटी दी थी।

रविवार (6 जुलाई 2025) की रात तांत्रिक चंदू और उसके चार-पांच सहयोगियों ने झाड़फूंक के नाम पर अनुराधा की पिटाई की, उसका गला दबाया और नाबदान का गंदा पानी पिलाया। परिजनों के अनुसार, तांत्रिक ने दावा किया कि अनुराधा पर “जबरदस्त छाया” है और यह उसका उपाय है। अनुराधा की मां ने इसका विरोध किया, लेकिन तांत्रिक ने उनकी बात नहीं मानी। हालत बिगड़ने पर तांत्रिक ने अनुराधा को ऑटो से जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद तांत्रिक ने शव को घर छोड़ा और परिजनों से कहा कि वह बेहोश है और जल्द होश में आ जाएगी। फिर वह कंधरापुर थाने पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया।
हंगामा और पुलिस कार्रवाई
महिला की मौत की खबर फैलते ही परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। उन्होंने तांत्रिक के घर के सामने बने मां काली मंदिर पर शव रखकर प्रदर्शन किया और तांत्रिक व उसके सहयोगियों पर कार्रवाई की मांग की। रविवार रात पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं ले जा सकी, क्योंकि ग्रामीण अड़े रहे। सोमवार सुबह पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा। एसपी सिटी मधुबन कुमार सिंह ने बताया कि तांत्रिक चंदू, उसकी पत्नी और दो अन्य सहयोगियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच जारी है, और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
तांत्रिक का इतिहास
ग्रामीणों के अनुसार, चंदू लंबे समय से तंत्र-मंत्र और झाड़फूंक का धंधा चला रहा था। उसने मां काली का भव्य मंदिर बनवाया और अपनी मृत बहन के नाम पर भी मंदिर बनाया। वह संतान प्राप्ति, भूत भगाने जैसे दावों के लिए 20,000 से 1 लाख रुपये तक वसूलता था। अनुराधा के मामले में उसने 1 लाख रुपये के ठेके में 22,000 रुपये एडवांस लिए थे।
परिजनों का आरोप
अनुराधा के पिता बलिराम यादव और भाई सुधीर यादव ने बताया कि 2014 में अनुराधा की शादी हुई थी, लेकिन 11 साल बाद भी संतान न होने से वह तनाव में थी। तांत्रिक ने इस कमजोरी का फायदा उठाकर धोखाधड़ी की। परिजनों ने आरोप लगाया कि झाड़फूंक के दौरान अनुराधा की हत्या की गई।