
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के तेज गेंदबाज यश दयाल पर गाजियाबाद की एक युवती ने शादी का झांसा देकर पांच साल तक शारीरिक, मानसिक और आर्थिक शोषण का गंभीर आरोप लगाया है। इंदिरापुरम थाने में सोमवार देर रात भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 69 के तहत उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

यह धारा झूठे वादों, जैसे शादी का आश्वासन, के आधार पर यौन शोषण को अपराध मानती है, जिसके लिए अधिकतम 10 साल की सजा और जुर्माना हो सकता है।
युवती ने 21 जून 2025 को उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री के ऑनलाइन शिकायत पोर्टल (IGRS) के माध्यम से शिकायत दर्ज की थी, जिसमें दावा किया गया कि यश दयाल ने 2020 में सोशल मीडिया के जरिए उनसे संपर्क स्थापित किया और फिर प्रयागराज में मुलाकात हुई। इसके बाद, पांच साल तक चले रिश्ते में यश ने उन्हें शादी का वादा किया, उनकी बहन और माता-पिता से मिलवाया, और उन्हें भावी बहू के रूप में पेश किया। युवती, जो पहले एक एड-टेक कंपनी में काउंसलर थी, ने बताया कि वह यश के घर कई बार रुकी और उनके परिवार से करीबी रिश्ता बना।
युवती ने यह भी आरोप लगाया कि यश दयाल का कई अन्य महिलाओं के साथ भी संबंध था। 17 अप्रैल 2025 को एक अन्य महिला ने उनसे संपर्क कर यश के अन्य संबंधों के सबूत साझा किए। इसके बाद तीन और महिलाओं ने उनसे संपर्क कर यश के साथ समान अनुभव साझा किए। युवती ने दावा किया कि यश ने उनके फोन पर एक ही ऐप का इस्तेमाल कर घरेलू सामान मंगवाया और 7 जून 2025 को लखनऊ के एक होटल में आपत्तिजनक सामान ऑर्डर किया।
शिकायत के अनुसार, जब युवती ने यश के धोखे का विरोध किया, तो उन्हें शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा। उन्होंने रिश्ते के दौरान यश को पैसे भी दिए, और उनकी मानसिक स्थिति इतनी खराब हो गई कि उन्हें डिप्रेशन का इलाज कराना पड़ा। युवती ने कई बार आत्महत्या का प्रयास भी किया। उनके पास चैट, स्क्रीनशॉट, वीडियो कॉल और तस्वीरें जैसे सबूत हैं, जो उन्होंने पुलिस को सौंपे हैं।
युवती ने 14 जून 2025 को महिला हेल्पलाइन (181) पर शिकायत की थी, लेकिन स्थानीय पुलिस स्तर पर कोई प्रगति नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल का सहारा लिया। गाजियाबाद पुलिस ने 7 जुलाई को यश दयाल का बयान दर्ज किया, और डीसीपी (ट्रांस-हिंदन) पाटिल निमिष दशरथ ने पुष्टि की कि मामले की गहन जांच चल रही है। पुलिस अब पीड़िता का बयान मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज करेगी और मेडिकल जांच भी कराएगी।
यश दयाल ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, और न ही RCB ने इस मामले पर कोई टिप्पणी की है। सोशल मीडिया पर कुछ लोग यश का समर्थन करते हुए कह रहे हैं कि बिना सबूत के उन पर दोष नहीं मढ़ा जाना चाहिए, जबकि अन्य लोग पीड़िता के पक्ष में हैं।