
देश में लोकसभा चुनावों से पहले अफवाहों और फर्जी खबरों पर लगाम लगाने के लिए वाट्सएप ने मंगलवार को ‘चेकप्वाइंट टिपलाइन’ सेवा को लांच किया।
इसके जरिये लोग उन्हें मिलने वाले मैसेज या जानकारी की प्रमाणिकता जांच पाएंगे। मैसेजिंग एप का मालिकाना हक रखने वाली कंपनी फेसबुक ने कहा, ‘इस सेवा को भारत के मीडिया स्किल्स स्टार्ट अप ‘प्रोटो’ ने पेश किया है।
यह टिपलाइन गलत जानकारियों एवं अफवाहों का डाटाबेस तैयार करने में मदद करेगी। इससे चुनाव के दौरान ‘चेकप्वाइंट’ के लिए इन जानकारियों का अध्ययन किया जा सकेगा।
यह सेवा एक रिसर्च प्रोजेक्ट के तौर पर लागू की गई है, जिसमें वाट्सएप की ओर से तकनीकी सहयोग दिया जा रहा है।’
कंपनी के मुताबिक, प्रोटो का प्रमाणन केंद्र किसी भी तस्वीर, वीडियो और लिखित संदेशों की प्रमाणिकता की पुष्टि करने में सक्षम है। यह अंग्रेजी के अलावा हिंदी, तेलुगू, बांग्ला और मलयालम भाषा के संदेशों की भी पुष्टि कर सकता है।
चुनाव के दौरान प्रोटो विभिन्न क्षेत्रों में जमीनी संगठनों के साथ मिलकर काम करेगा ताकि गलत जानकारी को फैलने से रोका जा सके।