साइकिल चलाकर ब्रिटिश शख्स पहुंचा काशी, जानें क्या है कैंसर पीड़ित शख्स की इच्छा

अभिनव त्रिपाठी

भगवान शिव की नगरी व भारत की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है। देश-विदेश से लोग यहाँ पर भगवान भोलेनाथ का दर्शन करने आते है। इसकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है इस शहर को खूबसूरती देखने के लिए ब्रिटेन से वाराणसी एक कैंसर पीड़ित शख्स साइकिल चला कर पहुँच गया। ब्रिटेन से आया यह आदमी इन दिनों काशी की खूबसूरती देखने के लिए जगह-जगह जा रहा है। इस ब्रिटिश नागरिक का नाम ल्यूक ग्रेनफिल शॉ है जो कैंसर से पीड़ित है यह ब्रिस्टल शहर से वाराणसी साइकिल चलाकर पहुंचा है।

शख्स ने मीडिया से कहा की वो ब्रिस्टल शहर से बीजिंग की यात्रा पर निकला है। साथ ही साथ उसने बताया की मैं ब्रिटेन के ब्रिस्टल शहर से बीजिंग तक 30,000 किलोमीटर की साइकिल यात्रा पर हूं। वाराणसी आने का केवल मेरा एक ही उद्देश्य है की हिंदुओं के पवित्र स्थान को देखना है। इसके अलावा मैं इस शहर को पूरा घूमना चाहता हूँ यहाँ के व्यंजनों को चखना चाहता हूँ। साइकिल से आने के सवाल पे उसने कहा कि मैं दुनिया को दिखाना चाहता हूँ कैंसर से पीड़ित रहने के बावजूद भी आप अपने सपनों का हासिल कर सकते है।
ब्रिटिश नागरिक ल्यूक ग्रेनफिल शॉ फिलहाल अभी वाराणसी में ठहरे हुए हैं। और अपनी इस यात्रा पर वो लगातार काशी की कलाकृतियों और खूबियों को समझने का प्रयास कर रहे हैं। वाराणसी के बारे में जो सुना था उसे जीने का प्रयास कर रहे हैं। ल्यूक ग्रेनफिल शॉ के साथ में उनकी माँ भी हैं। वो दर्जनों देश की यात्रा करने के बाद वाराणसी आए हैं। यहाँ से होने के बाद ल्यूक कोलकाता और पश्चिम बंगाल होते हुए चीन निकल जाएंगे।

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