उत्तर प्रदेश: बारिश से जुड़ी घटनाओं में 22 की मौत, सीएम योगी ने अधिकारियों से राहत उपायों में तेजी लाने को कहा

राज्य के 75 जिलों में से लगभग आधे जिले मौसम में अचानक परिवर्तन से प्रभावित हुए, जिसका कारण मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आने वाली पश्चिमी और पूर्वी हवाओं का टकराव बताया।

राज्य सरकार के अनुसार, पिछले दो दिनों में उत्तर प्रदेश में बारिश और आंधी-तूफान ने कम से कम 22 लोगों की जान ले ली तथा फसलों, पशुओं और घरों को नुकसान पहुंचाया।

राज्य के 75 जिलों में से लगभग आधे जिले मौसम में अचानक परिवर्तन से प्रभावित हुए, जिसका कारण मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आने वाली पश्चिमी और पूर्वी हवाओं का टकराव बताया।

अगले तीन दिनों तक तूफानी मौसम के जारी रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने कहा, “अलग-अलग स्थानों पर बिजली चमकने और तेज़ हवाओं के साथ गरज के साथ बारिश भी हुई। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आगरा में सबसे तेज़ हवाएँ (लगभग 48 किमी प्रति घंटे) और पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज और गोरखपुर में लगभग 43 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से चलीं। बहराइच और लखीमपुर खीरी में ओलावृष्टि की भी सूचना मिली है।”

बेमौसम बारिश, आकाशीय बिजली और ओलावृष्टि को संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रभावित जिलों के अधिकारियों को पूरी तत्परता और तैयारी के साथ राहत कार्य चलाने के निर्देश दिए हैं।

यहां जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने जिला अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने, राहत कार्यों की बारीकी से निगरानी करने तथा प्रतिकूल मौसम से प्रभावित लोगों को तत्काल सहायता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने कहा, “बिजली गिरने, तूफान, भारी बारिश या ओलावृष्टि के कारण जान-माल की हानि होने पर प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत राशि वितरित करना सुनिश्चित करें।”

आदित्यनाथ ने इस बात पर भी जोर दिया कि घायलों को शीघ्र और पर्याप्त चिकित्सा उपचार मिलना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने चल रही सरकारी गेहूं खरीद प्रक्रिया पर प्रकाश डालते हुए निर्देश दिए कि खरीद केंद्रों और मंडियों में गेहूं के सुरक्षित भंडारण को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक सावधानियां बरती जाएं।

उन्होंने अधिकारियों को फसल क्षति का गहन सर्वेक्षण करने तथा उचित कार्रवाई के लिए सरकार को विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए।

जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों में आदित्यनाथ ने तत्काल जल निकासी की व्यवस्था करने को कहा तथा यह सुनिश्चित किया कि इस समस्या का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाए।

इससे प्रशासन को उचित अनुवर्ती कार्रवाई शुरू करने और प्रभावित किसानों को सहायता प्रदान करने में मदद मिलेगी।

मौसम कार्यालय ने कहा कि कौशाम्बी, वाराणसी, जौनपुर, गाज़ीपुर, आज़मगढ़, लखनऊ, बाराबंकी और रायबरेली में भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना है।

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