
आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को उत्तर प्रदेश STF ने गिरफ्तार कर लिया। ठाकुर सोमवार रात लखनऊ से दिल्ली जा रहे थे, जब शाहजहांपुर में ट्रेन से उतारा गया और देवरिया ले जाया गया।
STF का आरोप है कि वे देवरिया के एक मामले की जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। गिरफ्तारी के बाद ठाकुर को देवरिया कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
मामला देवरिया जिले के साकेतनगर पार्क की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे से जुड़ा है। ठाकुर ने कुछ दिन पहले मंडलायुक्त को पत्र लिखकर इसकी जांच की मांग की थी। पत्र में आरोप लगाया गया था कि स्थानीय विधायक अखिलेश दुबे ने पार्क की जमीन पर कब्जा कर किशोरी वाटिका गेस्ट हाउस बनवाया।
इसके अलावा, बृजकिशोरी दुबे स्कूल को अवैध तरीके से संचालित करने और मंडलायुक्त कार्यालय के एक कर्मचारी द्वारा दुबे को प्रत्यक्ष-परोक्ष सहयोग देने का भी दावा किया गया था। ठाकुर ने मांग की थी कि जांच के बाद उत्तरदायित्व तय हो, अवैध लाभ से कमाई संपत्ति जब्त की जाए और दोषियों पर कार्रवाई हो।
STF ने ठाकुर को 8 दिसंबर को जारी नोटिस के बावजूद जांच में शामिल न होने पर गिरफ्तार किया। ठाकुर ने गिरफ्तारी का विरोध किया और इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताया। वे योगी सरकार के आलोचक रहे हैं और कई मामलों में जांच की मांग कर चुके हैं।
आजाद अधिकार सेना ने इसे ‘लोकतंत्र पर हमला’ करार दिया और STF के खिलाफ प्रदर्शन की चेतावनी दी। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने पर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जाएगी।





