जीत के साथ वापसी करना चाहेगा चैंपियन जर्मनी, फैंस की टिकी निगाहें
सोचि। रूस में जारी फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण के अपने पहले मैच में जीत से उत्साहित स्वीडन आज ग्रुप-एफ में मौजूदा चैंपियन जर्मनी के खिलाफ मैदान पर उतरेगी। स्वीडन इस मैच में अपने 60 साल के सूखे को समाप्त करना चाहेगा। दूसरी तरफ पहले मैच में हार झेलने वाली जर्मनी वापस की कोशिश करेगी।
दरअसल जर्मनी की टीम अगर स्वीडन के खिलाफ हार जाती है और मेक्सिको अगर कोरिया से जीत जाता या फिर ड्रॉ भी खेल जाता है तो मौजूदा चैंपियन जर्मनी टूर्नामेंट से लगभग बाहर हो जाएगी।
स्वीडन अगर मुबाबले में जीत हासिल करने में सफल रहती है तो विश्व कप में 60 साल बाद जर्मनी के खिलाफ उसकी यह लगातार दूसरी जीत होगी। स्वीडन ने विश्व कप में आखिरी बार जर्मनी को 1958 में अपनी मेजबानी में हुए विश्व कप में हराया था।
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स्वीडन के विक्टर क्लेसन को किसी भी तरह के नियमों के उल्लंघन से बचना होगा अन्यथा अगले मैच में उनका खेलना मुश्किल हो सकता है। क्लासेन को पहले मैच में येलो कार्ड मिल चुका है।
दूसरी तरफ पहला मैच हारने के बाद मौजूदा चैंपियन जर्मनी पर अगले राउंड में प्रवेश करने को लेकर दबाव बढ़ गया है। जर्मन फारवर्ड थॉमस मुलर भी इस बात को स्वीकार कर चुके हैं। टीम को अपने पहले मैच में इर्विग लोजानो के एकमात्र गोल की बदौलत मेक्सिको से 0-1 से मात खानी पड़ी थी।
जर्मनी को इस मैच में 65वें और 78वें मिनट में गोल करने का मौका मिला था लेकिन उसके खिलाड़ी चूक गए थे। टीम चाहेगी कि वह अपनी पिछली गलतियों में सुधार कर स्वीडन के खिलाफ मुकाबले में उतरे।
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मैच में सबकी निगाहें मेटस हुमेल्स और थॉमस मुलर पर होगी जिन्हें पहले मैच में येलो कार्ड मिल चुका है। इन दोनों खिलाड़ियों को अगर इस मैच में भी येलो कार्ड मिलता है तो वे अगले मैच से निलंबित हो सकते हैं।
बता दें कि विश्व कप में जर्मनी और स्वीडन अब तक चार बार आमने-सामने हो चुके हैं जिसमें तीन बार बाजी जर्मनी के हाथ लगी है जबकि एक बार स्वीडन जीतने में कामयाब रहा है।