घूस न देने पर लेखपाल ने किया बरबाद, तो इंसाफ के लिए धरने पर बैठे किसान ने दी आत्मदाह की चेतावनी

रिपोर्ट- आर. बी. द्विवेदी

एटा। देेश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व प्रदेश के सीएम योगी अदित्यनाथ ने उत्तरप्रदेश के किसानों से विधानसभा चुनाव से पूर्व चुनावों में किसानों से कर्ज माफी का जो वादा किया था वो टूटता नजर आ रहा है। ताजा मामला एटा में देखने को मिला है। किसान को उत्तर प्रदेश फसल ऋण मोचन योजना के तहत किसान को ऋण प्रमाण पत्र मिलने के बाद भी किसान का बैंक ने ऋण माफ़ नहीं करने का मामला सामने आया है।

धरने पर बैठा किसान

किसान ने लेखपाल पर पांच हजार रुपये नहीं देने पर किसान को अपात्र घोषित कर कर्ज का 1 लाख रुपये बैंक से वापिस करने का आरोप लगाया है। जिससे किसान का ऋण माफ़ नहीं हो पाया और बैंक ने किसान का पैसा वापिस कर दिया, जिसकी वजह से किसान करीब नौ महीने से लगातार अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है। लेकिन किसान की कोई सुनने वाला नहीं है। इसके चलते किसान थक हार कर कई दिनों से कलेक्ट्रेट पर धरने पर बैठ गया है। और पीड़ित किसान ने सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाते हुए न्याय नही मिलने पर परिवार सहित आत्मदाह करने की चेतावनी भी दी है।

एटा जनपद के विकास खंड शीतलपुर  ग्राम उद्दनपुर के निवासी किसान शिवलाल जो कि अब महात्मा के भेष में रहते है। वह अपने पूरे परिवार के साथ कलेक्ट्रेट पर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरनास्थल पर बैठ गया है, उसका आरोप है कि उसको उत्तर प्रदेश फसल ऋण मोचन योजना के तहत ऋण माफ़ी का प्रमाण पर तो दे दिया गया लेकिन बैंक ने उसका 1 लाख का ऋण माफ नही किया।

कर्ज माफी का प्रमाणपत्र मिलने के बाद भी बैंक ने उसका ऋण माफ़ नहीं किया, और उसका 1 लाख रुपया वापिस कर दिया। पीड़ित किसान ने तत्कालीन लेखपाल सुरेश कुमार जाटव पर आरोप लगाया है कि लेखपाल ने उनसे पांच हजार रुपये की मांग की थी लेकिन पीड़ित गरीब किसान पांच हजार रुपये देने में असमर्थ था। इसलिए लेखपाल को रुपये ना देने के चलते उसने 12 बीघा खेत की जगह 27 बीघा खेत लिख दिया और बैंक को रिपोर्ट भेज दिया था।

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लेखपाल की इस हरकत की वजह से बैंक ने किसान को उत्तर प्रदेश फसल ऋण मोचन योजना के तहत ऋण माफ़ी का प्रमाण पर मिलने के बाद भी अपात्र घोषित कर दिया और जिसकी बजह से किसान का ऋण माफ़ नहीं हो पाया है और पीड़ित किसान अधिकारियों के दर, दर के चक्कर लगा रहा है। पीड़ित किसान परिवार सहित कई दिन से धरने पर बैठा है। और पीड़ित किसान शिवलाल ने सीएम से गुहार लगाई है कि उसका कर्ज माफ कर दिया जाए यदि उसे न्याय नही मिला तो उसने पूरे परिवार सहित आत्मदाह करने की चेतावनी भी दी है।

पीड़ित किसान ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से गुहार लगाते हुए कहा है कि योगी जी मेरा ऋण माफ़ करा दे और यदि मेरा ऋण माफ़ नहीं करा सकते है। तो जो लेखपाल ने गलत रिपोर्ट लगाकर मेरे 12 बीघा खेत की जगह 27 बीघा कर दिया है तो मुझे 27 बीघा खेत दिलाया जाय। यदि मेरी सुनवाई नहीं हुई तो प्रशाशन को चेतावनी देते हुए कहा कि हम पूरे परिवार सहित आत्महत्या कर लेंगे। जब इसके बारे में हमने जिलाधिकारी से जानकारी की तो उन्होंने कहा है हम इसकी जांच कराकर जल्द ही आवश्यक कार्यवाही करेंगे, और पीड़ित को न्याय देकर दोषी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

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