भाजपा पर निशाना, ‘राम-सीता’ को खींच लाए योगेन्द्र, दो मिनट में हो गई ऐसी-तैसी

नई दिल्ली। उन्नाव और कठुआ रेप मामले की आग देश में फ़ैली हुई है। इसकी लपटों में सियासत भी झुलसती दिखाई दे रही है। ऐसे में पूर्व आप नेता और स्वराज अभियान के अध्यक्ष योगेन्द्र यादव ने सोशल मीडिया पर एक ट्वीट कर अपने लिए खुद ब खुद मुसीबतों को बुलावा दे दिया।

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स्वराज अभियान के अध्यक्ष

बता दें, उन्होंने भाजपा और उनके समर्थकों को निशाने पर लेते हुए एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने भगवान राम और सीता का कैरिकेचर इस्तेमाल किया।

इस ट्वीट को उन्होंने एक तंज के आधार पर पोस्ट किया था। लेकिन कहीं न कहीं ये पोस्ट धार्मिक आस्था पर तंज बन गया और बवाल शुरू हो गया।

सोशल मीडिया पर पोस्ट होते ही यूजर्स ने योगेन्द्र यादव को आड़े हाथ लेना शुरू किया और काफी खरी खोटी भी सुनाई।

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योगेन्द्र यादव का यह ट्वीट ऐसे वक्त आया है, जब कठुआ में 8 साल की मासूम के साथ गैंगरेप और उन्नाव की एक युवती के साथ गैंगरेप की घटना अखबारों की सुर्खियां बनी हुई हैं। योगेन्द्र यादव ने अपने ट्वीट से इन्हीं घटनाओं को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।

खबरों के मुताबिक योगेन्द्र यादव ने सरकार की आलोचना के लिए भगवान राम के कार्टून का इस्तेमाल किया।

योगेन्द्र यादव ने एक भगवान राम और माता सीता के कार्टून वाली तस्वीर शेयर कर लिखा कि मैं उम्मीद करता हूं कि ये ‘राम भक्त’ इस बात को सुन रहे होंगे।

दरअसल जो तस्वीर योगेन्द्र यादव ने शेयर की है, उसमें दिखाई दे रहा है कि सीता जी के हाथ में अखबार है, जिस पर बलात्कार की खबरें छपी हुई हैं।

इस पर सीता जी भगवान राम से यह कहती दिखाई दे रही हैं कि मुझे खुशी है कि मेरा अपहरण रावन ने किया था, ना कि आपके भक्तों ने!

योगेन्द्र यादव के इस ट्वीट पर कई सोशल मीडिया यूजर्स ने करोड़ों लोगों की भावनाओं को आहत करने के लिए योगेन्द्र यादव की आलोचना की।

उल्लेखनीय है कि योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण को साल 2015 में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों के बाद आम आदमी पार्टी से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद इन दोनों नेताओं ने स्वराज अभियान नामक राजनैतिक पार्टी का गठन किया।

 

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