थोक बाज़ार में सस्ता होने लगा टमाटर, 20 से 30 रुपये प्रति किलो तक पहुँची कीमतें, नई फ़सल के लिए करना होगा अभी और इंतज़ार

देश में अब टमाटर के दाम अब घटने लगे हैं, 100 से पार हो चुके टमटर के रेट में अब देखने को मिल रही है। उत्तर प्रदेश की मंडियों में आवक बढ़ने से अब कीमतों में कमी दर्ज की जा रही है। उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ीपुर में थोक बाजार में टमाटर की कीमत 20 से 30 रुपये प्रति किलो तक आ गई है। उत्तर प्रदेश की ग़ाज़ीपुर मंडी के एक थोक कारोबारी ने बताया, “इस समय टमाटर का रेट मंडी में 20 से 30 रुपए किलो है। कुछ दिन पहले 50-60 रुपए था। अभी टमाटर की क़ीमत कम हो गई है। डीज़ल-पेट्रोल की क़ीमत बढ़ने के कारण भी सब्ज़ियों की क़ीमत बढ़ जाती है।” चेन्नई में टमाटर का खुदरा भाव 160 रुपये प्रति किलो, पुडुचेरी में 90 रुपये प्रति किलो, बेंगलुरु में 88 रुपये प्रति किलो और हैदराबाद में 65 रुपये प्रति किलो हो गया है। 

टमाटर महंगा होने की वजह-

टमाटर की खेती करने वाले किसान सोनू यादव ने बताया की, “इस सीज़न में टमाटर का भाव प्रति किलो 20 से 30 रुपए रहता है। लेकिन इस समय टमाटर की ज़्यादातर सप्लाई दक्षिण राज्यों से हो रही है। इन राज्यों में बारिश के कारण फ़सल को क़ाफ़ी नुकसान हुआ है। इस कारण टमाटर के भाव कई गुना बढ़ गए हैं। वहीं शादियों का सीज़न शुरू होने से टमाटर की माँग बढ़ी है। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका से भी टमाटर की खेती कम हुई।”

जनवरी-फरवरी तक आएगी नई फ़सल

थोक सब्ज़ी कारोबारियों की मानें तो नई फ़सल 15 अक्टूबर के आस-पास लगाई गई है, जिसे तैयार होने में कम से कम 3 महीने का समय लगेगा। ऐसे में नई फ़सल के लिए लोगों को जनवरी-फरवरी तक इंतज़ार करना पड़ेगा।

चीन के बाद भारत सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक देश

7.89 लाख हेक्टेयर क्षेत्र से भारत लगभग 25.05 टन प्रति हेक्टेयर की औसत उपज के साथ क़रीब 1.975 करोड़ टन टमाटर का उत्पादन करता है, इसके बाद भी यहाँ टमाटर 100 रुपए के क़रीब पहुँच गया है। नेशनल हॉर्टिकल्चरल रिसर्च एंड डेवलपमेंट फ़ाउंडेशन के अनुसार, चीन के बाद दुनिया का सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक देश भारत है।

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