दलित लड़की को बंधक बना कई दिनों तक किया गया दुष्कर्म, अस्पताल वालों ने भी दिखाया घटियापन

रिपोर्ट- उपेन्द्र त्रिपाठी

उन्नाव। उन्नाव में एक के बाद एक हो रहे महिला अपराधों ने पुलिस को सोचने पर मजबूर कर दिया है। महिला अपराधों का गढ़ बन चुका उन्नाव सरकार के उन दावों की भी पोल खोल रहा है जिनमे महिला सुरक्षा के लाख दावे किए जाते है। ताज़ा मामला आसीवन थाना क्षेत्र के खरगौरा गांव का है जहाँ से 24 जून को लापता हुई एक दलित लड़की आज अचानक सफीपुर में नहर पट्टी की झाड़ियों में पड़ी मिली। पीड़ित ने अपने साथ दुष्कर्म होने की बात बताई है।

बंधक बना कर किया दुष्कर्म

आपको बता दे कि आज दोपहर नहर पट्टी की झाड़ियों में एक किशोरी गंभीर रूप से घायल अवस्था मे पड़ी मिली। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना देकर पीड़ित को सीएचसी सफीपुर में भर्ती करवाया । किशोरी ने बताया कि कुछ लोग उसको गांव से अपने साथ जबरन पहले हरदोई ले गए फिर दिल्ली ले जाकर बंधक बना लिया और कई दिनों तक दुष्कर्म किया। बाद में बेहोशी की हालत में सफीपुर क्षेत्र की नहर पट्टी की झाड़ियों में उसे फेंक दिया था।

पीड़िता के पिता ने बताया कि 24 जून से उनकी लड़की लापता थी जिसके बाद उन्होंने ने थाने में बेटी की गुमशुदगी की तहरीर दी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब पीड़ित परिवार न्याय के लिए अधिकारियों की चौखट के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।

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वही इस पूरे मामले में स्वास्थ्य विभाग की भी बड़ी बेशर्मी देखने को मिली जब इलाज के लिए पीड़िता सीएचसी सफीपुर पहुंची तो उसे बेड और स्ट्रेचर नही मिला। जिसके बाद पीड़िता अस्पताल के बाहर ही जमीन पर लेट गयी और घंटो तड़पती रही। संवेदनहीन हो चुका उन्नाव का स्वास्थ्य विभाग ऐसे मामलों को देखकर भी सबक लेने को तैयार नही। जिस तरह से उन्नाव में एक के बाद एक महिला अपराध बढ़ रहे है उससे तो सरकार द्वारा किए गए महिला सुरक्षा के सभी दावों की पोल खुल रही है।

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