खानदानी हकीमों के सहारे लोगो की सेहत, सिर्फ 20 रूपए में मिल रही हर मर्ज की दवा

रिपोर्ट- अभिषेक यादव

लखनऊ। भले ही देश हर क्षेत्र में तरक्की कर रहा है लेकिन अभी भी देश के कुछ गांव व शहर में नीम हकीमों का जाल फैला हुआ है जो सस्ती जड़ी बूटी के दवाओं के नाम पर लोगों को ठग रहे हैं। यह एक मर्ज को ठीक करने के बहाने कई ऐसी जगह बीमारियां दे देते हैं जिनका ठीक होना काफी मुश्किल हो जाता है। चिंता की सबसे बड़ी बात यह है कि नीम-हकीमों का यह खुला खेल बीच शहर और सड़क पर चलता है इसके बाद भी सरकारी अफसरों का ध्यान इनकी ओर नहीं जाता।

शिवशक्ति आयुर्वेद दवाखाना

यही नहीं स्वास्थ्य विभाग के आला अफसर से लेकर ड्रग इंस्पेक्टर तक इन्हें खुली छूट दिए हुए हैं जिससे प्रदेश के विभिन्न शहरों के साथ राजधानी भी इन दिनों नीम-हकीमों के जाल में जकड़ी हुई है हालात यह हैं  राजधानी  कि हर सड़क पर कहीं न कहीं इन का डेरा दिख जाएगा यही नहीं यह नीम हकीम कई वीआईपी दफ्तरों के आसपास भी अपना डेरा डाले हुए हैं राजधानी में विभिन्न जगहों पर टेंट लगाकर भोली भाली जनता को बेवकूफ बनाने वाले इन नीम-हकीमों की जब लाइव टुडे ने पड़ताल की तो कई हैरतअंगेज खुलासे हुए।

आपको बता दें यह लोग बकायदा ₹20 में हर मर्ज का इलाज करने का दावा खुलेआम कर रहे हैं लेकिन जनप्रतिनिधियों से लेकर आला अफसरों की आंखें बंद है वह यह जानने की कोशिश भी नहीं करते कि या राज्य की जनता को किस तरह लूट रहे हैं दवा के नाम पर कुछ भी बेचने वाले इन झोलाछाप नीम-हकीमों के निशाने पर नौजवान सबसे ज्यादा है यह खुद को खानदानी दवाखाना चलाने वाला बताते हैं विभिन्न प्राचीन पहाड़ियों से जड़ी-बूटी ढूंढ कर लाने का दावा करते हैं और फिर किसी न किसी तरह से भोली-भाली जनता को अपने जाल में फंसा लेते हैं।

ऐसा नहीं कि यह झोलाछाप नीम हकीम चोरी चुपके आम जनता के सेहत से खिलवाड़ करते हो बल्कि यह  लोग टेंट लगाकर अपनी दवाओं का बकायदा प्रचार-प्रसार भी करते हैं गुप्त रोग शारीरिक कमजोरी, गठिया, टीवी, कैंसर जैसी जघन्य बीमारियों का  इलाज करने के बड़े बड़े दावे करते हैं और लोगों को  अपने झांसे में लेकर  एक बीमारी सही करने के नाम  कई बीमारियां पैदा कर देते हैं  खासकर नौजवानों को यह अपने निशाने पर रखते हैं और उन्हें नशे का आदी भी बना देते हैं इन सबके बावजूद भी  ड्रग इंस्पेक्टर और  स्वास्थ्य महकमे की निगाह इन पर नहीं पड़ती जिसका नतीजा यह निकला है कि सस्ती दवा के नाम पर जनता को भारी जोखिम में फसना पड़ता है।

जब लाइव टुडे ने इन नीम हकीमो से उनकी डिग्री के बारे में पूछा तो उसने खुद को आठवी पास बताया उसने दावा किया कि वह बचपन से दवाओं का कारोबार कर रहा हैं।

यह झोलाछाप नीम हकीम सबसे ज्यादा नौजवानों को अपने जाल में फँसाते हैं और पढ़ाई लिखाई करने वालो लोगो की याददाश्त बढ़ाने और विभिन्न बीमारियों के सही करने के नाम पर उनसे ठगी करते हैं और उन्हें नशे का आदि बना देते हैं।

यह भी पढ़े: बालिका गृह के नाम पर चल रहा था गोरख धंधा, 24 बच्चियों को पुलिस ने कराया मुक्त

जब लाइव टुडे ने इस मुद्दे पर स्थानीय स्तर पर रह रहे लोगो से बात चीत की तो लोगो ने पूरी तरह से स्वास्थ्य विभाग को कटघरे में खड़ा किया स्थानीय स्तर के लोगो ने बताया स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत के चलते आज गाँवो और शहरों में नीमहकीमो का मकड़ जाल फैला हुआ है वही जब इसी मुद्दे पर सीएमओ से बात की तो इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से कतराते नजर आए जिससे साफ जाहिर होता हैं कि पूरा खेल स्वास्थ्य महकमे की मिलीभगत से चल रहा है और देश की जनता ठगी का शिकार हो रही हैं।

LIVE TV