ईरान के रक्षा मंत्री अज़ीज़ नसीरज़ादेह ने रविवार को कहा कि अगर अमेरिका या इजरायल ने हमला किया, तो ईरान जवाबी कार्रवाई करेगा। यह बयान इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की उस चेतावनी के बाद आया है, जिसमें उन्होंने ईरान समर्थित हौथी समूह द्वारा इजरायल के बेन गुरियन हवाई अड्डे के पास मिसाइल दागे जाने के बाद ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की कसम खाई थी।

नसीरज़ादेह ने ईरानी सरकारी टीवी पर कहा, “अगर अमेरिका या ज़ायोनी शासन (इजरायल) ने युद्ध शुरू किया, तो ईरान उनके हितों, ठिकानों और सैन्य बलों को निशाना बनाएगा, चाहे वे कहीं भी हों और जब जरूरी हो।” यमन के हौथी समूह ने रविवार को एक मिसाइल दागी, जो बेन गुरियन हवाई अड्डे के पास गिरी। हौथियों ने दावा किया कि वे गाजा में फिलिस्तीनियों के समर्थन में यह कार्रवाई कर रहे हैं।
नेतन्याहू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “हौथियों के हमले ईरान के इशारे पर हो रहे हैं। इजरायल हवाई अड्डे पर हुए हमले का जवाब देगा और अपने चुने हुए समय व स्थान पर ईरान के आतंकी आकाओं को सबक सिखाएगा।”
नसीरज़ादेह ने ईरान के आधिकारिक रुख को दोहराते हुए कहा कि हौथी अपने उद्देश्यों के लिए स्वतंत्र रूप से काम करते हैं। हौथी समूह हमास के समर्थन में इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन हमले कर रहा है। अमेरिका 15 मार्च से यमन में हौथी ठिकानों पर हमले कर रहा है, और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हौथी हमलों के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया है।
नसीरज़ादेह ने यह भी कहा कि ईरान का पड़ोसी देशों के प्रति कोई शत्रुतापूर्ण रवैया नहीं है, लेकिन हमले की स्थिति में क्षेत्र में मौजूद अमेरिकी ठिकाने निशाना बनाए जाएंगे। यह बयान उस दिन आया, जब ईरान ने 1,200 किमी रेंज वाली नई ठोस-ईंधन बैलिस्टिक मिसाइल “कासिम बस्सिर” का अनावरण किया।