बजट में नहीं दी राहत, पीएम मोदी से हिसाब-किताब चुकता करेगा उनका ही साथी
नई दिल्ली: मोदी सरकार के मौजूदा कार्यकाल के अंतिम बजट में लोकलुभावन फैसले नहीं होने की वजह से एनडीए में फूट पड़ती दिख रही है. सरकार में शामिल तेलुगु देशम पार्टी ने बजट पर निराशा व्यक्त की है. अगर ये तकरार बढ़ी तो भाजपा को आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका लग सकता है.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस बजट में गरीबों और किसानों के लिए अपना पिटारा खोला लेकिन आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने बजट में आवंटन को सही नहीं बताया है. बजट पेश होने के बाद नायडू ने संकेत दिए हैं कि तेलुगु देशम पार्टी एनडीए से बाहर हो सकती है.
एनडीए में फूट!
हालांकि, नायडू ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. बजट पेश होने के बाद ही नायडू ने अपने सांसदों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की. जिसमें TDP सांसदों ने नायडू से बजट को लेकर शिकायत की. जिसको आधार बना कर ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं.
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सांसदों का कहना था कि इस बजट में कुछ नहीं है, ना ही रेल बजट में भी विशाखापट्टनम को लेकर कुछ कहा गया है. सांसद राजधानी अमरावती के लिए कोई मदद नहीं मिलने से भी खासे नाराज थे. जिसके बाद मीडिया में चल रही ख़बरों के मुताबिक टीडीपी जल्द ही कोई बड़ा ऐलान कर सकती है.
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बजट के बाद पार्टी सांसद टीजी वेंकटेश ने साफ़ कहा था कि अब हम आर-पार की लड़ाई के मूड में है. हमारे पास सिर्फ तीन ही विकल्प हैं. पहला कि हम ऐसे ही कोशिश करते रहे, दूसरा हमारे सांसद इस्तीफा दे दें या तीसरा अपना गठबंधन ही तोड़ दें.
बीते कुछ समय से टीडीपी और बीजेपी के रिश्तों में तनाव की खबरें भी आ रही थीं. इसी सिलसिले में नायडू ने 12 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की थी.