टीचर्स को मिला नया काम, खुले में करने वालों को करेंगे ‘शूट’

खुले में शौचपटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वच्छ भारत अभियान के तहत देश को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। वहीं इसी मिशन को बढ़ावा देते हुए बिहार प्रशासन ने एक अनोखा फरमान जारी किया है, जिससे प्रदेश के टीचरों में गुस्सा भड़क गया है।

दरअसल विकास अधिकारी (बीडीओ) ने खुले में शौच करने वाले लोगों पर लगाम लगाने के लिए खुले में शौच करने वालों की फोटोग्राफी करने के निर्देश जारी किए हैं।

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लेकिन बिहार टीचर एसोसिएशन के बीच बीडीओ के इस फरमान को सुनकर आक्रोश फैल गया है। टीचर एसोसिएशन ने इसका जमकर विरोध किया क्योंकि उनका मानना है कि बीडीओ का यह फैसला टीचरों का अपमान है।

बता दें कि बिहार के औरंगाबाद जिला प्रशासन ने देव ब्लॉक की पवई पंचायत को इसी साल 31 दिसंबर तक खुले में शौच मुक्त पंचायत बनाने का लक्ष्य बनाया है। इस काम में लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए 61 प्राइमरी और माध्यमिक स्कूलों के करीब 144 टीचरों को अभियान में शामिल किया था।

इसी के साथ प्रशासन ने यह भी फैसला किया है कि जो लोग अभी भी खुले में शौच करते हैं उनकी फोटोग्राफी कराई जाएगी। लेकिन प्रशासन के इस अभियान से टीचरों ने खुद को अलग कर दिया है। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ (बीएमएसएस) का कहना है कि टीचर एसोसिएशन शुरू से ही ओडीएफ(ODF) में सरकार और प्रशासन के साथ है।

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