
जयपुर। राजस्थान के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने जहां एक ओर मंगलवार को अलवर लिंचिंग मामले में सख्त कार्रवाई का वादा किया, वहीं उनके साथी व राज्य के श्रम मंत्री जसवंत सिंह ने मुस्लिमों और मेव समुदाय से गोमांस नहीं खाने व हिंदुओं के सम्मान की खातिर गो तस्करों से दूर रहने को कहा है।

गृहमंत्री कटारिया ने अलवर के रामगढ़ इलाके का दौरा करने के बाद कहा, “हम दोषियों के खिलाफ दंड सुनिशिचित करेंगे।” रामगढ़ में शनिवार रात को भीड़ ने गो तस्करी के संदेह पर रकबर उर्फ अकबर की बेरहमी से पिटाई की थी। कटारिया पुलिस महानिदेशक ओ.पी. गलहोत्रा के साथ घटना स्थल पर पहुंचे थे।
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इससे पहले अलवर पहुंचे श्रम मंत्री जसवंत सिंह ने कहा, “इस तरह की घटनाएं रोजाना हो रही हैं।” उन्होंने कहा इसकी जड़ गो तस्करी है। सिंह ने कहा कि मुस्लिमों को गोमांस खाने से बचना चाहिए और उन्हें गो तस्करों का समर्थन नहीं करना चाहिए।
कटारिया ने लिंचिंग की घटना के बाद हालात की समीक्षा के लिए प्रधान सचिव डी.बी. गुप्ता, डीजीपी गलहोत्रा और विशेष महानिदेशक (कानून व व्यवस्था) एन.आर.के. रेड्डी से मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि पुलिस की तरफ से कुछ खामियां सामने आ रही हैं और एक सहायक उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि साथ ही चार सिपाहियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। हम उचित कार्रवाई करेंगे।
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सूत्रों के मुताबिक, रकबर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि उसकी मौत बेरहमी से पिटाई के कारण आई गंभीर अंदरूनी चोटों के कारण हुई है।
इस बीच अलवर के रामगढ़ से भाजपा विधायक ज्ञानदेव अहूजा ने मंगलवार को कहा कि रकबर की मौत पुलिस हिरासत में हुई है, न कि भीड़ द्वारा पिटाई से। उन्होंने यह भी कहा कि सोमवार को चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ की गई कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को बचाने के लिए की गई है।
 
 




