#Birthdayspecial: बैंडिट क्वीन से मिली शोहरत, पहली फिल्म के लिए मिला था नेशनल अवॉर्ड

सीमा बिस्वासमुंबईः पिंजर, हाफ गर्लफ्रेंड, विवाह जैसी फिल्मों में शानदार एक्टिंग करने वाली सीमा बिस्वास का आज जन्मदिन है. वह अपना 53वां जन्मदिन मना रही हैं. बैंडिट क्वीन के किरदार से बॉलीवुड में पहचान बनाने वाली सीमा की शुरूआती जीवन काफी मुश्किलों से भरा हुआ था. आइए जानते हैं उनके बारे में खास बातें.

सीमा का जन्म 14 जनवरी 1965 को असम में हुआ. उन्हें शेखर कपूर की कल्ट फिल्म ‘बैंडिट क्वीन’ में फूलन देवी का रोल निभाने के लिए जाना जाता है. इस फिल्म के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड भी मिला. एक इंटरव्यू में फिल्म बैंडिट क्वीन में अपने रोल और इंटीमेट सीन के बारे में काफी बातें की.

इस सीन को सीमा ने खुद नहीं बल्कि बॉडी डबल ने किया था. सीमा के मुताबिक, उन्होंने डायरेक्टर शेखर कपूर से कहा था कि फिल्म से न्यूड सीन हटा दिए जाएं. लेकिन शेखर ने कहा कि सत्य घटना पर आधारित इस फिल्म में लोगों की असंवेदनशीलता को दिखाने के लिए वह सीन करना जरूरी है.

सीमा ने खुलासा किया कि इस सीन को शूट करते समय डायरेक्टर और कैमरामैन के अलावा किसी का भी अंदर आना मना था. इस न्यूड सीन के कारण उन्हें रात-रात भर रोना पड़ा था.

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सीमा के पिता ने बड़ी मुश्किल से उन्हें NSD भेजा था.

एनएसडी जाने के बाद उन्होंने अपने परिवार से कभी पैसे नहीं मांगे थे. भत्ते में मिल रहे 750 रुपए में ही महीना निकल जाता था. एक सेब खाकर भी गुजारा कर लेती थीं.

पहली बार सीमा को कांजे नोबूमित्सू के ‘रशोमोन’ प्ले में एक छोटे से रोल के लिए चुना गया था.

सीमा ने ‌हिंदी फिल्मों के अलावा कई मराठी, मलयालम, तमिल, पंजाबी, बंगाली और इंग्लिश फिल्मों में भी काम किया है.

साल 2000 में संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड और साल 2006 में दीपा मेहता की फिल्म ‘वॉटर’ के लिए बेस्ट एक्ट्रेस जेनी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था.

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