
उत्तर प्रदेश में रक्षाबंधन के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर इस साल भी उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) ने महिलाओं और उनके एक सहयात्री के लिए मुफ्त बस यात्रा की सुविधा शुरू की।

यह योजना 8 से 10 अगस्त 2025 तक लागू है, और पहले दिन (8 अगस्त) को ही भारी भीड़ देखने को मिली। प्रयागराज क्षेत्र के नौ डिपो से संचालित बसों में 1,05,482 यात्रियों ने मुफ्त यात्रा का लाभ उठाया। इस बार नई बात यह रही कि महिलाओं के साथ उनके एक पुरुष सहयात्री को भी मुफ्त यात्रा की सुविधा दी गई, जिसे यात्रियों ने खूब सराहा।
डिपो-वार मुफ्त यात्रियों की संख्या (8 अगस्त 2025):
- मिर्जापुर डिपो: 20,147 यात्री (सर्वाधिक)
- प्रयाग डिपो: 18,279 यात्री
- प्रतापगढ़ डिपो: 17,191 यात्री
- सिविल लाइंस डिपो: 13,803 यात्री
- लीडर रोड डिपो: 12,121 यात्री
- जीरो रोड डिपो: 11,719 यात्री
- लालगंज डिपो: 5,152 यात्री
- मंझनपुर डिपो: 4,823 यात्री
- बादशाहपुर डिपो: 2,247 यात्री
यात्रियों की भीड़ और अतिरिक्त बसों का संचालन
रक्षाबंधन के पहले दिन लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, जौनपुर, अयोध्या, मिर्जापुर, चित्रकूट, कानपुर और दिल्ली जैसे रूटों पर यात्रियों की भारी भीड़ रही। खासकर पूर्वांचल की ओर जाने वाली बसों में सुबह 9 बजे के आसपास यात्रियों की संख्या इतनी बढ़ गई कि जौनपुर और वाराणसी रूट पर बसें कम पड़ गईं। स्थिति को संभालने के लिए वर्कशॉप में रिजर्व रखी गई बसों को सिविल लाइंस बस स्टेशन भेजा गया। परिवहन निगम ने 13,000 से अधिक बसों का संचालन किया, जिसमें साधारण, डीलक्स और वातानुकूलित बसें शामिल थीं।
महिलाओं में वॉल्वो बसों का क्रेज
लखनऊ जाने वाली वॉल्वो बसों में महिलाओं का उत्साह देखने लायक था। कुछ महिलाएं, जो कुंडा जाने वाली थीं, वॉल्वो में सवार हो गईं। परिचालक को लखनऊ जाने की बात कहने के बावजूद वे कुंडा बाईपास पर उतर गईं। यह दर्शाता है कि वॉल्वो बसों की सवारी का आकर्षण महिलाओं में खासा रहा।
यात्रियों ने की योजना की सराहना
महिलाओं ने सहयात्री के लिए मुफ्त यात्रा की सुविधा को सराहनीय बताया। प्रतापगढ़ जा रही प्रीति सिंह ने कहा, “महिलाओं के साथ एक पुरुष सहयात्री का मुफ्त सफर एक अच्छा निर्णय है। इससे लंबी यात्रा में सुविधा हुई।” सुल्तानपुर की रश्मि गुप्ता ने सुझाव दिया कि हर साल रक्षाबंधन पर तीन दिन मुफ्त यात्रा की सुविधा होनी चाहिए। आंचल मेहरोत्रा ने कहा, “सीएम योगी ने पहली बार पुरुष सहयात्री को मुफ्त यात्रा की सुविधा दी, जो बहुत अच्छा कदम है।”
सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष इंतजाम
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने 7 से 12 अगस्त तक 100% बसों के संचालन का निर्देश दिया था। बसों और बस स्टेशनों पर साफ-सफाई, चालकों-परिचालकों की वर्दी, और शराब जांच के लिए ब्रेथ एनालाइजर का उपयोग सुनिश्चित किया गया। लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी और गाजियाबाद जैसे व्यस्त स्टेशनों पर अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती की गई। चालकों और परिचालकों को 1800 किमी प्रतिदिन संचालन पर 1200 रुपये का प्रोत्साहन और अतिरिक्त किमी के लिए 55 पैसे प्रति किमी की दर से भुगतान की घोषणा की गई।
योजना की पृष्ठभूमि और प्रभाव
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 में शुरू की गई इस योजना को नौवें साल भी जारी रखा। पिछले आठ वर्षों में 1.23 करोड़ से अधिक महिलाओं ने इस सुविधा का लाभ उठाया, जिस पर सरकार ने 101.42 करोड़ रुपये खर्च किए। 2024 में 19.78 लाख और 2023 में 29.29 लाख महिलाओं ने मुफ्त यात्रा की थी। यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण और कम आय वाली महिलाओं के लिए वरदान साबित हुई है, जिससे वे बिना आर्थिक बोझ के अपने भाइयों से मिलने जा सकीं।