राज्यसभा से रिटायर हुए 40 सांसद, मोदी बोले- मेरे दफ्तर का दरवाजा हमेशा खुला
नई दिल्ली: राज्यसभा सदन में बुधवार को 40 सांसद अपना कार्यकाल पूरा कर रिटायर हो गए. इस दौरान सांसदों और पीएम मोदी ने विदाई भाषण दिया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हंगामे पर कहा कि अगर सदन ठीक से चलता तो सांसदों को जाते-जाते कुछ बेहतर छोड़कर जाने का मौका मिल गया होता लेकिन इससे आप लोग वंचित रह गए.
पीएम ने रिटायर हो रहे सांसदों से कहा कि आपके लिए सदन के दरवाजे बंद हुए हैं लेकिन मेरे दफ्तर का दरवाजा हमेशा खुला है. उन्होंने कहा देशहित और समाज कल्याण के लिए आपके सुझावों का हमेशा इंतजार रहेगा.
उन्होंने कहा कि सदन को चलने देना सभी की जिम्मेदारी है. सदन नहीं चल पाने के लिए विपक्ष ही नहीं दोनों तरफ के सदस्य जिम्मेदार है. सभापति और संसदीय कार्य राज्यमंत्री की कड़ी मेहनत से आज यह चर्चा मुमकिन हो पाई है.
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पीएम मोदी ने अपने संबोधन में रिटायर हो रहे पीजे कुरियन की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि उनका हंसता हुआ चेहरा कोई नहीं भूल सकता.
पीएम ने कहा कि सदन से दो अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रह चुके सचिन तेंदुलकर और दिलीप टर्की जैसे लोगों का अनुभव अब सदन को नहीं मिलेगा.
वहीं, पीजे कुरियन ने कहा कि मैं 80 के दशक से संसद सदस्य हूं लेकिन ऐसा विरोध और हंगामा नहीं देखा जैसा इन दिनों चल रहा है. उन्होंने कहा कि इसके लिए दोनों ओर के सदस्य जिम्मेदार हैं और उनकी जिम्मेदारी बनती है कि सदन सुचारू रूम से चले.
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कुरियन ने कहा कि अगर सदन को चलाने वक्त मैंने किसी को कड़े शब्द बोले हों तो उसके लिए माफी चाहता हूं लेकिन कभी भी मन में कोई गलत मंशा नहीं रही.
पीजे कुरियन ने कहा कि रिटायर हो रहे सांसदों का सदन को चलाने में काफी अहम योगदान रहा है. दोबारा चुनकर सदन में आने वालों को बधाई साथ ही रिटायर हो रहे सांसद भी बधाई के पात्र हैं.