प्रतापगढ़ में क्रिकेट खेलने के दौरान हुई मारपीट, फायरिंग में एक की मौत

प्रतापगढ़| प्रतापगढ़ के मान्धाता कोतवाली इलाके के कलानी गांव में क्रिकेट मैच खेलने के दौरान हुए विवाद में मारपीट शुरू हो गई और जमकर फायरिंग हुई। इस फायरिंग में एक की मौके पर मौत हो गई तो दूसरे की हालत गम्भीर देख डाक्टरों ने इलाहाबाद रेफर कर दिया। वारदात को अंजाम देकर हत्यारे हुए फरार हो गए। दोनो आरोपी रिश्ते में मामा भांजे हैं। वारदात के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना के बाद पुलिस के आलाधिकारी मौके को रवाना हो गए।

प्रतापगढ़ में क्रिकेट खेलने के दौरान हुई मारपीट, फायरिंग में एक की मौत

जिले में सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है। इन घटनाओं से ऐसा लग रहा है कि अपराधियों में खाकी का कोई खौफ नही रह गया। लोग कानून को अपने हाथ मे लेकर फैसला कर रहे है। प्रतिदिन हो रही हत्याओं से जिले के आम लोगो मे भय परइ तरह से बैठ चुका है। पुलिस मूकदर्शक की भूमिका में लग रही है।

वारदात के बाद बवाल भी चरम पर पहुँच गया है लेकिन पुलिस के हाथ जैसे अनजानी शक्तिओ से बंधे है। गांव में क्रिकेट खेल रहे युवकों में आपस मे विवाद हो गया बात बढ़कर मारपीट तक पहुच गई। गांव के संदीप सरोज को पिटता देख कुछ लड़कों  ने भाग कर उसके घर सूचना दी। जिस पर उसके दोनों मामा भांजे को बचाने भाग कर घटना स्थल पर पहुँच गए।

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जिन्हें अपनी ओर आता देख युवक ज्यादा उग्र हो गए और संदीप के दोनों मामओं से भिड़ंत हो गई। खुद को घिरता देख युवक फायरिंग शुरू कर दिये इस ताबड़तोड़ फायरिंग में दो गोलियां संदीप को लगी उसके मामा राकेश के तीन गोलियां लगी जिसके चलते राकेश की मौत हो गई। हालांकि राकेश का भाई जान बचाने में कामयाब रहा।

इस दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी बाइक पर सवार होकर भाग निकले। मृतक के भाई की माने तो काफी देर तक चली इस मारपीट की सूचना पुलिस को दी गई लेकिन घंटों बाद पुलिस पहुंची। आनन फानन में दोनों को अस्पताल लाया गया जहाँ राकेश को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया और गम्भीर रूप से घायल संदीप को इलाहाबाद रेफर कर दिया। घटना के बाद से ही परिवार में कोहराम मच गया सबसे बुरा हाल मृतक के भाई का रहा जो बार बार अचेत होकर गिर जा रहा था।

बड़ा सवाल यह है कि आखिर पुलिस असल अपराधियों के गिरेबान में हाथ डालने से गुरेज क्यों  करें। आखिर कौन सी शक्तियां है जिनका भय पुलिस को इस कदर निकम्मा बनाती जा रही है। इस तरह की घटनाओं के बाद सड़को पर जमकर तांडव होता आ रहा है  जिसका आम नागरिक अंजाम भुगत रहा है। लगातार हो रही किसी भी घटना का खुलासा भी कर पाने में पुलिस पूरी तरह नाकाम है। चाहे रंगदारी का मामला हो या रंगदारी न देने पर कोहड़ौर में व्यापारी भाइयो की हत्या का मामला हो।

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