
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुशीनगर के महापरिनिर्वाण मंदिर में पूजा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बुद्ध को चीवर भी दान किया। इस दौरान उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुशीनगर में बोधि वृक्ष का पौधा लगाया। वहीं अभिधम्म दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने हिस्सा लिया। जहां उन्होंने बौद्ध भिक्षुओं को चीवर दान किया।
कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा, दुनिया में जहां-जहां भी बुद्ध के विचारों को सही मायनों में आत्मसात किया गया है, वहां कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी प्रगति के रास्ते बने हैं। बुद्ध इसलिए ही वैश्विक हैं क्योंकि वो अपने भीतर से ही शुरुआत करने की बात करते हैं। भगवान बुद्ध ने कहा था- “अप्प दीपो भव”। यानी, अपने दीपक स्वयं बनो। जब व्यक्ति स्वयं प्रकाशित होता है तभी वह संसार को भी प्रकाश देता है। यही भारत के लिए आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा है। यही वो प्रेरणा है जो हमें दुनिया के हर देश की प्रगति में सहभागी बनने की ताकत देती है।
बुद्ध आज भी भारत के संविधान की प्रेरणा हैं, बुद्ध का धम्म-चक्र भारत के तिरंगे पर विराजमान होकर हमें गति दे रहा है। आज भी भारत की संसद में कोई जाता है तो इस मंत्र पर नजर जरूर पड़ती है- ‘धर्म चक्र प्रवर्तनाय’। आज जब दुनिया पर्यावरण संरक्षण की बात करती है, क्लाइमेट चेंज की चिंता जाहिर करती है, तो उसके साथ अनेक सवाल उठ खड़े होते हैं। लेकिन, अगर हम बुद्ध के सन्देश को अपना लेते हैं तो ‘किसको करना है’, इसकी जगह ‘क्या करना है’, इसका मार्ग अपने आप दिखने लगता है।