पाकिस्तान ने संघर्षविराम उल्लंघन पर भारतीय राजनयिक को किया तलब

इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने बुधवार को भारत के कार्यवाहक उप उच्चायुक्त जे. पी. सिंह को नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना द्वारा ‘बिना उकसावे के संघर्षविराम उल्लंघन’ की निंदा करने के लिए तलब किया। पाकिस्तान का आरोप है कि इस संघर्षविराम उल्लंघन में उसके एक नागरिक की मौत हुई है। विदेश कार्यालय में दक्षिण एशिया इकाई के प्रमुख मोहम्मद फैसल ने भारतीय राजनयिक को तलब किया और मंगलवार को चिरकोट सेक्टर में भारतीय सेना द्वारा ‘बिना उकसावे के संघर्षविराम उल्लंघन की निंदा की।’

संघर्ष विराम

अधिकारी ने कहा, “नागरिक आबादी वाले क्षेत्र को जानबूझकर निशाना बनाना वास्तव में अपमानजनक और मानव गरिमा, अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार, मानवीय कानून के विपरीत है।”

विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा, “भारत द्वारा संघर्षविराम उल्लंघन क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए एक खतरा है।”

बयान के अनुसार, “इस वर्ष भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा और कामकाजी सीमा के पास 1,100 बार संघर्षविराम उल्लंघन किया है, जिससे 29 नागरिकों की मौत हुई है, जबकि 117 अन्य घायल हुए हैं।”

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बयान के अनुसार, महानिदेशक ने भारतीय पक्ष से 2003 के संघर्षविराम का सम्मान करने और संघर्षविराम उल्लंघन के मामले की जांच करने का आग्रह किया।

भारतीय राजनयिक को यह भी कहा गया कि नई दिल्ली को संयुक्त राष्ट्र के सैन्य पर्यवेक्षक समूह को जम्मू एवं कश्मीर में मध्यस्थ की भूमिका निभाने की इजाजत देनी चाहिए।

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