नेपाल में हुआ ऐतिहासिक मतदान, नया संविधान लागू होने के बाद पहली बार डाले गए वोट

नया संविधान लागूकाठमांडू। नेपाल में 2015 में नया संविधान लागू होने बाद पहली बार हो रहे आम चुनाव के प्रथम चरण में रविवार को लोगों ने मतदान किया। पिछले दो दशक से नेपाल में अंतरिम सरकार है। नए संविधान के तहत नेपाल की संसद के निचले सदन और सात प्रांतीय विधानसभाओं के प्रतिनिधियों के लिए चुनाव करवाया जा रहा है।

समाचार एजेंसी एफे की खबर के मुताबिक स्थानीय समय के अनुसार सुबह सात बजे नेपाल के 23 जिलों के 4,465 मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान आरंभ हुआ। निर्वाचन आयोग के मुताबिक दिन के दस बजे तक 25 फीसद मतदान हो चुका था।

लिंग-आधारित हिंसा को रोकने के लिए दक्षिण अफ्रीका में शुरू हुआ अभियान

आंतरिक मामलों के मंत्रालय के प्रवक्ता ने एफे को बताया कि कुल 77 जिलों में से उत्तर नेपाल के 32 जिलों में हो रहे प्रथम चरण के मतदान के लिए दो लाख 38 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई। प्रथम चरण में 30 लाख से भी ज्यादा मतदाता मताधिकार का प्रयोग करने के लिए अधिकृत हैं। कुछ इलाकों में छिटपुट हिंसा की घटनाएं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण बताया गया है।

निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता नबराज ढाकल ने ‘एफे’ को बताया कि विस्फोटक बिटाडो में बरामद हुआ जिसे सेना ने निष्क्रिय कर दिया।

ढाकल ने बताया कि काठमांडू से 150 किलोमीटर दूर ढोलाखा प्रांत में नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी और नेपाली कांग्रेस पार्टी के समर्थकों के बीच झड़प के कारण मतदान प्रभावित हुआ।

बुडापेस्ट कन्वेंशन साइबर सुरक्षा कानून की नींव : ब्रिटिश मंत्री

नेपाल में 165 संसदीय और सात विधानसभाओं की 330 सीटों के लिए प्रत्याशियों का चयन होना है।

घनी आबादी वाले नेपाल के दक्षिणी हिस्से में दूसरे चरण का मतदान 7 दिसंबर को होगा। इसके एक हफ्ते बाद चुनाव के नतीजे आने की उम्मीद है।

LIVE TV