लिंग-आधारित हिंसा को रोकने के लिए दक्षिण अफ्रीका में शुरू हुआ अभियान

दक्षिण अफ्रीकाकेपटाउन| दक्षिण अफ्रीका ने महिलाओं और बच्चों के खिलाफ बढ़ती हिंसक घटनाओं के बीच ’16 डेस ऑफ एक्टिविस्म अगेन्स्ट जेंडर-बेस्ड वॉयलेंस’ अभियान लॉन्च किया है। राष्ट्रपति कार्यालय में महिला मंत्री सूजन शबंगू शनिवार को पूर्वी केप प्रांत के पोर्ट एलिजाबेथ शहर में अभियान के शुभारंभ के मौके पर राष्ट्रपति जैकब जुमा के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद रहीं थीं।

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शबंगू ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में हर दिन महिलाओं व बच्चों के साथ हिंसक घटनाओं में वृद्धि हो रही है, “हम इस विपत्ति से खुद को हारने की अनुमति नहीं दे सकते हैं।”

उन्होंने कहा कि इस साल की सबसे खराब व चौंकाने वाली घटनाएं स्कूलों में हुई हैं जो बच्चों के लिए सुरक्षित स्थान माना जाता है।

दक्षिण अफ्रीका उन देशों में शामिल है जहां महिलाओं व बच्चों के प्रति हिसंक घटनाओं की दर सबसे अधिक है। साउथ अफ्रीकन मेडिकल रिसर्च के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका में हर आठ घंटे में एक महिला की उसके करीबी शख्स द्वारा हत्या कर दी जाती है।

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दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने महिलाओं और बच्चों के प्रति हिंसा को एकजुट होकर रोकने और पुलिस की प्रथम प्राथमिकता बताया है।

शबंगू ने कहा कि महिलाओं और बच्चों के खिलाफ बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए दक्षिण अफ्रीका ने इस प्रकार के मामलों का त्वरित निपटान करने वाले विशेष यौन अपराध न्यायालयों को एक बार फिर से स्थापित किए हैं।

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