
देहरादून। सूबे की राजधानी से परिवहन विभाग की तरफ से एक ऐसी लापरवाही सामने आई है। जिसके कारण सरकार को काफी नुकसान यानि लाखों का नुकसान झेलना पड़ा है। परिवहन विभाग में रोड टैक्स जमा करने में बहुत बड़ी लापरवाही बरती गई। परिवहन विभाग द्वारा शहर भर की लगभग 40 गाड़ियों का ही टैक्स जमा किया गया। कम टैक्स जमा करने के कारण सरकार को लाखों की चपत लगी है। इससे बचने के एवज में विभाग ने वाहन मालिकों को टैक्स जमा करने के लिए नोटिस भेजे हैं।
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संभागीय परिवहन विभाग को हर माह रोड टैक्स दिया जाता है। इसमें स्टेज कैरिज बस का 165 रुपये और कांटेक्ट कैरिज बस का 100 रुपये प्रति सीट टैक्स है, मगर परिवहन विभाग कई महिने पूर्व से स्टेट कैरिज परमिट वाली करीब 40 बसों का टैक्स कांटेक्ट कैरिज के हिसाब से ले रहा था। इसमें विकासनगर-डाकपत्थर रूट पर चलने वाली 15 बसें हैं। विभाग की सबसे बड़ी गलती यह रही कि उसने टैक्स कम जमा किया है, जिससे कारण सरकार को नुकसान झेलना पड़ा है। सरकार को लाखों का चूना लग गया। खुद की गलती पकड़ में आने के बाद अब विभाग के कान में जूंअ रेंगी, और वाहन स्वामियों को नोटिस भेजने का फैसला लिया। सिटी बस महासंघ अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने इसे बड़ी चूक बताई है। उन्होंने इस विषय पर जल्द से जल्द कर्रवाई करने और जांच की मांग की है।
वाहन स्वामी परेशान
देहरादून-डाकपत्थर बस यूनियन के अध्यक्ष रामकुमार सैनी के मुताबिक उनके यूनियन की 15 बसें हैं। जिले की लगभग 35 से 40 बसें हैं और बताया जा रहा है कि सभी वाहन स्वामियों द्वारा सही समय पर नियमित टैक्स जमा किया जा रहा हैं। अब विभाग ने वाहन स्वामियों को डिफ्रेंस टैक्स जमा करने के लिए नोटिस भी भेजा है। इसमें करीब 4 से 10 हजार रुपये तक नोटिस हैं, जिससे वाहन स्वामी दिक्कत में नजर आ रहे हैं।
भूलवश कुछ बसों का टैक्स कांटेक्ट कैरिज के हिसाब से जमा हो गया। सभी वाहन स्वामियों को टैक्स जमा करने के लिए नोटिस भेज दिया है।
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