जिला अस्पताल की लापरवाही से गई युवक की जान, इलाज के लिए दर-दर भटक रही जनता

आदर्श त्रिपाठी  

हरदोई। “सबका साथ सबका विकास” की बात करने वाली योगी सरकार में अस्पतालों में मरीजों को समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। मरीजों के लिए रोगी सहायता केंद्र भी बनाए गए लेकिन हरदोई जिला अस्पताल मरीजों के लिए यमराज का घर साबित हो रहा है।

जिला अस्पताल

यहां डॉक्टरों पर मरीजों के तीमारदारों ने आरोप लगाया है कि सही इलाज न मिलने की वजह से इस जिला अस्पताल में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। जिसकी शादी पंद्रह दिन पहले ही हुई थी। मृतक के दूसरे छोटे भाई को सही इलाज नहीं मिलने की वजह से परिजन दूसरे अस्पताल में ले जा रहे हैं। जहां उसका सही तरीके से इलाज हो सकेगा।

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तस्वीरों में जिला अस्पताल के गेट पर स्ट्रेचर पर लेटे थाना पाली इलाके के सरसई गांव का रहने वाला बालक छविराम 10 है। मरीज की हालत खराब है उसके परिजन उसे जिला अस्पताल से इसलिए ले जा रहे हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इस अस्पताल में उनके मरीज का इलाज सही तरीके से नहीं हो रहा है साथ ही इसी मरीज के बड़े भाई अनिल की मौत कुछ देर पहले जिला अस्पताल में सही इलाज न मिलने के चलते हो गई है।

दरअसल दोनों भाई बाइक से अपने घर जा रहे थे रास्ते में रूपापुर के पास अज्ञात वाहन की टक्कर से दोनों भाई घायल हो गए थे, जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया था जहां इलाज के अभाव में अनिल की मौत हो गई तो वहीं दूसरे बेटे छविराम की जान बचाने के लिए परिजन उसे दूसरे अस्पताल में ले जाने को विवश हैं।

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सीएमएस मामले की जांच के बाद कार्यवाही का आश्वासन दे जरूर रहे हैं लेकिन यह मामला कोई नया नहीं है जिला अस्पताल की बदतर स्थिति पहले भी सामने आई है और लगातार आती रहती है।

कुछ दिनों पहले अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी ने करीब 3 घंटे तक जिला अस्पताल का निरीक्षण किया था लेकिन लगता है कि जिला अस्पताल के निरीक्षण DM के द्वारा लगाई गई डांट-फटकार का अभी भी कोई असर अस्पताल प्रशासन पर नहीं हुआ है। वह अभी भी पुराने ढर्रे पर काम कर रहे हैं। जिसका खामियाजा मासूम मरीजों को अपनी जिंदगी गवा कर देना पड़ रहा है।

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