राष्ट्रीय लोक अदालत ने जुर्माने में वसूले 7,87,96,935 रुपए

लखनऊ। जनपद न्यायालय लखनऊ में लगाई गई राष्ट्रीय लोक अदालत में 12079 वादों का निपटारा किया गया और बतौर जुर्माना 7,87,96,935 रुपये वसूले गए।

राष्ट्रीय लोक अदालत

जिला विधिक सेवा प्रधिकरण के सचिव निर्भय प्रकाश ने बताया कि जनपद न्यायाधीश नरेंद्र कुमार जौहरी ने सिविल कोर्ट परिसर का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। राष्ट्रीय लोक अदालत पर बड़ी संख्या में वादकारियों ने अपने मुकदमों के त्वरित निस्तारण के लिए गर्मजोशी से हिस्सा लिया।

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उन्होंने बताया कि लोक अदालत में जनपद न्यायालय लखनऊ में लगभग 21145 वाद नियत किए गए, जिसमें से कुल 12079 वादों का निस्तारण किया गया।

राष्ट्रीय लोक अदालत में चेक बाउंस केसेज, बैंक रिकवरी केसेज, अपराधिक शमनीय वाद, वैवाहिक वाद, मोटर एक्सीडेंट क्लेम पिटीशन वाद, किरायेदारी वाद, सुखाधिकार, व्यादेश, उत्तराधिकार आदि दीवानी वादों का भी निस्तारण किया गया, और कुल 7,87,96,935 रुपये बतौर जुर्माना व समझौता राशि के संबंध में आदेश किया गया।

प्रकाश ने बताया कि इसके अतिरिक्त बैंक वसूली, फाइनेंस व मोबाइल कम्पनियों के बिल बकाया प्री-लिटिगेशन स्तर पर 442 वादों का जनपद न्यायालय में निस्तारण किया गया, जिनके समझौता राशि 2,82,61,785 रुपये है।

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लखनऊ के समस्त राजस्व व चकबंदी न्यायालयों में कुल 1323 वाद निस्तारित किए गए। इस प्रकार जनपद लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 13844 मुकदमें निस्तारित किए गए और जिनकी समझौता व जुर्माना राशि 10,70,58,720 रुपये है।

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