
मेरठ के सरधना तहसील के सलावा गांव में मछली पकड़ने के छोटे विवाद ने सांप्रदायिक तनाव को जन्म दे दिया। ठाकुर और मुस्लिम समुदायों के युवकों के बीच 16 सितंबर को शुरू हुआ झगड़ा मारपीट और पथराव में बदल गया, जिसमें 9 लोग घायल हो गए।
तीन दिनों से गांव में दहशत का माहौल है, और प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है। DM और SSP ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने 8 लोगों को गिरफ्तार किया है, और जांच जारी है।
घटना सलावा गांव के नाले किनारे हुई, जहां एक समुदाय के युवक मछली पकड़ रहे थे। दूसरे समुदाय के युवकों ने आपत्ति जताई, जिससे शब्दों का आदान-प्रदान हुआ। मामला बिगड़ गया और दोनों पक्षों ने लाठियां, डंडे और पत्थर चलाए। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वायरल वीडियो में अवैध हथियार लहराते दिखे, जिससे तनाव और बढ़ गया। पीड़ित पक्ष ने दबंगों का राजीनामा दबाव का आरोप लगाया।
पुलिस ने 13 सितंबर को राजकुमार की तहरीर पर लाखन, अजीत, ओमवीर और बलवीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। 14 सितंबर को देवेंद्र की शिकायत पर गजेंद्र, हरेंद्र, हरीबाबू और हरीश के खिलाफ दूसरा केस। अजीत, ओमवीर और बलवीर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। बाकी की तलाश जारी है। थाना प्रभारी ने कहा कि दोनों पक्षों से केस दर्ज हैं। सोमवार रात को अफवाहें फैलीं—एक पक्ष के लोग शौच जाते समय घेर लिए गए, फायरिंग हुई—लेकिन पुलिस ने केवल गाली-गलौज पाया। एसीपी एत्मादपुर देवेश सिंह ने कहा, “कहासुनी हुई, फायरिंग की बात गलत है। एहतियातन पुलिस पिकेट तैनात है।”
DM और SSP ने गांव का दौरा कर दोनों पक्षों से बात की। स्थिति नियंत्रित है, लेकिन सोशल मीडिया पर अफवाहें वायरल हो रही हैं। ग्रामीणों ने कहा कि मजाक से शुरू विवाद ने जातीय रंग ले लिया।