
उत्तर प्रदेश में मानसूनी बारिश का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। मौसम विभाग ने शनिवार, 9 अगस्त 2025 को प्रदेश के 30 जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है, जबकि 40 जिलों में गरज-चमक के साथ वज्रपात की संभावना जताई है।

प्रयागराज, वाराणसी, बदायूं, उन्नाव, कानपुर, गोंडा, बहराइच, लखीमपुर खीरी समेत 24 जिले बाढ़ की चपेट में हैं, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है।
शुक्रवार को गोंडा में सर्वाधिक 210 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि अयोध्या में 170 मिमी और बहराइच व सुल्तानपुर में 160 मिमी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती हलचल और उत्तरी उड़ीसा में सक्रिय चक्रवाती परिसंचरण के कारण बारिश का सिलसिला अगले एक हफ्ते तक जारी रहने की संभावना है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि उत्तरी पंजाब में बना पश्चिमी विक्षोभ अरब सागर से नमी ला रहा है, जिसके चलते 11 अगस्त से प्रदेश में एक बार फिर भारी बारिश का दौर शुरू हो सकता है।
भारी बारिश की चेतावनी वाले जिले: बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर, लखीमपुर खीरी, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं, महोबा और ललितपुर। इन जिलों में मध्यम से भारी बारिश के साथ वज्रपात का खतरा भी है।
लखनऊ में शनिवार को बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश की संभावना है, जिससे मौसम सुहावना रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों ने लोगों से सतर्क रहने और बारिश व वज्रपात के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य जारी हैं, लेकिन सड़कों पर जलभराव और फसलों को नुकसान से किसानों की चिंता बढ़ गई है।