Modi 3.0 : बीजेपी की टेंशन बढ़ा रहे सहयोगी दल, इस बार करना होगा बड़ा समझौता
लोकसभा चुनाव के बाद नई सरकार के शपथग्रहण को लेकर तैयारी जारी है। राष्ट्रपति भवन में शपथग्रहण समारोह को लेकर तैयारी जारी है। रिपोर्ट के अनुसार 9 जून को शपथग्रहण हो सकता है। इन सब के बीच एनडीए गठबंधन में शामिल दलों के नेताओं को 9 जून से पहले उस फोन का इंतजार है जो उनकी मंत्रिमंडल में सीट को कंफर्म करे।
रिपोर्ट के अनुसार बड़े सहयोगी हर 4 सांसद पर एक मंत्री पद की मांग कर रहे हैं। 16 सीट वाली टीडीपी 4 मंत्री पद और 12 सीट वाली जेडीयू 3 कैबिनेट मंत्री के पद चाहती है। वहीं एकनाथ शिंदे की शिवसेना भी 2 मंत्री पद चाहती है। 5 सांसद वाले चिराग भी 2 मंत्री पद चाह रहे हैं। आरएलडी और जेडीएस भी एक-एक मंत्री पद की मांग कर रहे हैं।
जानकार बताते हैं कि बीजेपी कुछ जगहों पर समझौता नहीं करने वाली है। रक्षा, वित्त, गृह और विदेश मंत्रालय वह किसी भी सहयोगी को नहीं देगी। वहीं कुछ मुद्दे जैसे गरीब कल्याण, युवा, कृषि पर बीजेपी का विशेष फोकस है लिहाजा इनसे जुड़े मंत्रालय भी बीजेपी अपने पास ही रखेगी। वहीं सड़क परिवहन मंत्रालय या रेलवे किसी सहयोगी को देकर बीजेपी विकास की रफ्तार को भी कम नहीं करना चाहती। इन सब के बीच टीडीपी स्पीकर पद की मांग कर रही है और बीजेपी इसके लिए भी तैयार नहीं है।
हालांकि ज्यादा दबाव के बाद डिप्टी स्पीकर का पद दिए जाने को लेकर चर्चाएं जारी हैं। कयास हैं कि पंचायती राज और ग्रामीण विकास जैसे मंत्रालय जेडीयू को दिए जा सकते हैं। वहीं नागरिक उड्डयन और स्टील जैसे मंत्रालय टीडीपी को मिल सकते हैं। जबकि भारी उद्योग मंत्रालय शिवसेना को दिया जा सकता है। वहीं वित्त और रक्षा मंत्रालय में राज्यमंत्री का पद भी सहयोगियों को दिया जा सकता है। जबकि पर्यटन, स्किल डेवलेपमेंट, सामाजिक न्याय जैसे मंत्रालय भी सहयोगियों को दिए जा सकते हैं।