
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना के 12वें राउंड (कुल 30 में) तक वैशाली जिले के राघोपुर विधानसभा क्षेत्र में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तेजस्वी प्रसाद यादव को बड़ा झटका लगा है। महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के दावेदार और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जो 2015 और 2020 में यहां से आसानी से जीते थे, अब भाजपा के सतीश कुमार यादव से 4,570 वोटों से पीछड़ रहे हैं।
चुनाव आयोग (ECI) के ताजा रुझानों के अनुसार, सतीश कुमार के पास 48,453 वोट हैं, जबकि तेजस्वी के पास 43,883 वोट। यह अंतर 11वें राउंड के 4,829 से थोड़ा कम हुआ है, लेकिन भाजपा की बढ़त मजबूत बनी हुई है। जन सुराज पार्टी के चंचल कुमार तीसरे स्थान पर हैं, जिनके पास करीब 4,000-5,000 वोट हैं।
पटना के पास गंगा किनारे बसे राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से तेजस्वी यादव तीसरी बार चुनाव मैदान में उतरे हैं, जहां एनडीए की ओर से सतीश कुमार यादव उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं। सतीश यादव वही दिग्गज नेता हैं, जिन्होंने 2010 में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी को 13,006 वोटों से हराया था। उस समय वे जनता दल (यूनाइटेड) के टिकट पर लड़े थे और इलाके में मजबूत दबदबा कायम कर लिया था। बाद में वे भाजपा में शामिल हो गए, और इस बार एनडीए ने उन्हें ही राघोपुर का टिकट दिया। यादव समुदाय से ताल्लुक रखने वाले सतीश की लोकप्रियता इस सीट पर भाजपा के लिए पहली जीत का संकेत दे रही है, जहां 30 प्रतिशत यादव वोटर हैं जो परंपरागत रूप से राजद को समर्थन देते हैं।
राघोपुर में गिनती के दौरान उतार-चढ़ाव देखा गया। 13वें राउंड तक का उपयोगकर्ता द्वारा दिया गया डेटा 4,408 वोटों का अंतर दिखाता है, लेकिन ताजा अपडेट्स के अनुसार:
- 13वें राउंड में: सतीश कुमार 51,708 वोटों से आगे, तेजस्वी 47,300 वोटों पर (अंतर: 4,408 वोट)।
- 12वें राउंड में: सतीश कुमार 48,453 वोट, तेजस्वी 43,883 वोट (अंतर: 4,570 वोट)।
- 11वें राउंड में: सतीश कुमार 44,929 वोट, तेजस्वी 40,100 वोट (अंतर: 4,829 वोट)।
- 10वें राउंड में: सतीश कुमार 40,180 वोट, तेजस्वी 36,950 वोट (अंतर: 3,230 वोट)।
- 9वें राउंड में: सतीश कुमार 35,635 वोट, तेजस्वी 33,347 वोट (अंतर: 2,288 वोट)।
- 8वें राउंड में: तेजस्वी 31,654 वोट से आगे, सतीश 31,069 वोट (अंतर: 585 वोट, महागठबंधन की ओर)।
- 7वें राउंड में: सतीश कुमार 27,306 वोट, तेजस्वी 26,963 वोट (अंतर: 343 वोट)।
- 6वें राउंड में: तेजस्वी 23,531 वोट, सतीश 23,312 वोट (अंतर: 219 वोट, महागठबंधन की ओर)।
- 5वें राउंड में: सतीश कुमार 20,158 वोट, तेजस्वी 20,052 वोट (अंतर: 106 वोट)।
ये रुझान दिखाते हैं कि शुरुआती राउंड्स में तेजस्वी आगे थे, लेकिन मध्य राउंड्स से भाजपा ने पलटवार किया। भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर तंज कसा, “इनको मुख्यमंत्री बनना था!” तेजस्वी ने चुनाव से पहले महागठबंधन की 150+ सीटों की जीत का दावा किया था, लेकिन राज्य स्तर पर एनडीए 200+ सीटों पर आगे चल रहा है। यदि यह बढ़त बनी रही, तो तेजस्वी का हेट्रिक का सपना टूट जाएगा, जो महागठबंधन के लिए प्रतीकात्मक हार होगी।
राघोपुर सीट का इतिहास: लालू परिवार का गढ़, BJP की पहली कोशिश
राघोपुर विधानसभा क्षेत्र 1951 में बना था, और कुल 20 चुनाव हो चुके हैं। इसमें एक उपचुनाव भी शामिल है। पहले विधायक हरिवंश नारायण सिंह (कांग्रेस) थे। पार्टियों के प्रदर्शन:
- कांग्रेस: 5 बार
- राजद: 5 बार
- जनता दल: 2 बार
- संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी: 2 बार
- JDU: 1 बार
- लोकदल, जनता पार्टी (सेक्युलर), जनता पार्टी, जनसंघ, सोशलिस्ट पार्टी: 1-1 बार
भाजपा के लिए यह पहली बार है कि वे यहां जीत का खाता खोल सकती हैं। 2015 में तेजस्वी ने मां राबड़ी देवी की 2010 की हार का बदला लिया, जब वे 97,404 वोटों से जीते। 2020 में भी उन्होंने सतीश को 38,174 वोटों से हराया। लेकिन इस बार 68.54% मतदान के बीच एनडीए की रणनीति ने यादव वोटों में सेंध लगाई है। 2020 में कुल 1,99,853 वैध वोट पड़े थे।
राज्य में एनडीए की लैंडस्लाइड जीत के बीच राघोपुर का मुकाबला कांटे का रहा, लेकिन अब भाजपा की ओर झुकाव साफ है। गिनती जारी है, और अंतिम नतीजे शाम तक स्पष्ट हो जाएंगे।





