
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना के दौरान चुनाव आयोग (ECI) के ताजा रुझानों में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने 200 सीटों का आंकड़ा पार कर लिया है, जो बहुमत के 122 के अलावा दो-तिहाई बहुमत (162) को भी लांघ चुका है। यह लैंडस्लाइड जीत एनडीए के लिए ऐतिहासिक है, जहां भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर रही है। महागठबंधन (MGB) मात्र 40 से अधिक सीटों पर सिमट गया है, जबकि जन सुराज पार्टी का खाता भी नहीं खुला। नीतीश कुमार के नेतृत्व में JDU ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन BJP ने कुल सीटों में बढ़त ले ली। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इसे ‘जंगल राज’ के खिलाफ जनादेश बताया, जबकि विपक्ष SIR (विशेष गहन पुनरीक्षण) पर सवाल उठा रहा है।
ECI के आधिकारिक अपडेट के अनुसार, दोपहर तक NDA की बढ़त 199-200 सीटों पर पहुंच चुकी है, जो एग्जिट पोल्स (Axis My India: 121-141, Today’s Chanakya: 150+) से कहीं अधिक है। राज्य में 67.13% मतदान हुआ, जो 1951 के बाद सबसे ऊंचा है। NDA के कार्यकर्ता पटना सहित प्रमुख शहरों में जश्न मना रहे हैं, जबकि महागठबंधन मुख्यालय पर सन्नाटा पसरा है। तेजस्वी यादव राघोपुर में अभी भी आगे-पीछे का खेल खेल रहे हैं, लेकिन कुल मिलाकर MGB को झटका लगा।
नीचे ECI के नवीनतम रुझानों के आधार पर पार्टियों की स्थिति दी गई है (उपयोगकर्ता द्वारा दिए गए आंकड़ों को अपडेट करते हुए, जहां BJP 92, JD(U) 82 आदि):
| पार्टी | बढ़त (Leads) |
|---|---|
| BJP | 92 |
| JD(U) | 82 |
| LJP (Ram Vilas) | 21 |
| HAM | 5 |
| RLM | 4 |
| NDA कुल | 204 |
| RJD | 26 |
| Congress | 4 |
| AIMIM | 5 |
| CPI(ML)(L) | 2 |
| CPI(M) | 1 |
| BSP | 1 |
| MGB कुल | 39 |
ये आंकड़े दोपहर 12 बजे के आसपास के हैं, जब NDA ने 200 का आंकड़ा पार किया। BJP ने मुस्लिम बहुल सीटों पर भी सेंध लगाई, जबकि LJP(RV) ने 20+ सीटों पर मजबूत प्रदर्शन किया। RJD की वोट शेयर (23.12%) JDU (18.87%) और BJP (21.12%) से अधिक है, लेकिन सीटों में पिछड़ गई।
कुंजी उम्मीदवारों के रुझान: राघोपुर में तेजस्वी यादव BJP के सतीश कुमार से 343 वोट पीछे, महुआ में तेज प्रताप चौथे स्थान पर, मोकामा में अनंत सिंह 2,716 वोटों से आगे, अलीनगर में मैथिली ठाकुर 25,000+ वोटों से लीडिंग, रघुनाथपुर में ओसामा शहाब 5,088 वोटों से आगे। JDU के अनंत सिंह और BJP के मंगल पांडेय जैसे दिग्गज मजबूत हैं।
विपक्ष ने ECI पर ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाया, जबकि NDA ने इसे ‘सुशासन’ की जीत बताया। अखिलेश यादव ने SIR को ‘साजिश’ कहा और सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही। अंतिम नतीजे शाम तक स्पष्ट हो जाएंगे।





