मूडीज रेटिंग पर मनमोहन का धाकड़ बयान, कहा- अर्थव्यवस्था अभी भी जर्जर, भ्रम में न रहे एनडीए

मूडीज रेटिंग पर मनमोहनकोच्चि। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मूडीज रेटिंग पर बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि एनडीए सरकार इस भ्रम में न रहे कि देश की इकोनॉमी खतरे से बाहर आ चुकी है। इकोनॉमी को मजबूत और अर्थपूर्ण निर्देशन की जरूरत है, ताकि उसे आगे बढ़ाया जा सके।

ख़बरों के मुताबिक़ मनमोहन ने कोच्चि में एक कॉलेज सेमीनार के दौरान कहा, “इकोनॉमी को मजबूत और अर्थपूर्ण निर्देशन की जरूरत है, ताकि उसे उस तरह से आगे बढ़ाया जा सके जैसा सरकार खुद चाहती है।”

उन्होंने चेतावनी भी दी कि क्रूड ऑयल के बढ़ते दाम देश के फाइनेंशियल सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

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उन्होंने साफ़ किया कि अब क्रूड ऑयल के दाम 62-64 डॉलर/बैरल हैं, जबकि कुछ महीने पहले ये 40-45 डॉलर के बीच थे।

उनका कहना है कि ये पेमेंट के बैलेंस को नुकसान पहुंचा सकता है और साथ ही फाइनेंशियल सिस्टम को भी।

बता दें ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज द्वारा जारी की गई ताजा रिपोर्ट्स में भारत की रेटिंग में सुधार हुआ है। एजेंसी ने देश की रेटिंग बीएए3 से बढ़ाकर बीएए2 कर दिया है।

मनमोहन सिंह ने कहा, “मुझे खुशी है कि मूडीज ने वो किया जो वो करते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि हमें ऐसा बिल्कुल भी नहीं सोचना चाहिए कि भारत की इकोनॉमी संकट से बाहर आ गई है।”

इससे पहले मूडीज रेटिंग की रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रया देते हुए केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इन सुधारों के लिए पूरा श्रेय पीएम मोदी को दिया है।

इस मामले में वित्तमंत्री का कहना है कि 13 साल बाद भारत की रेटिंग में सुधार हुआ है। मुझे भरोसा है कि भारत की सुधार प्रक्रिया के बारे में संदेह रखने वाले अब अपनी राय पर गंभीरता से आत्मचिंतन करेंगे।

उन्होंने इशारों में बीजेपी मार्गदर्शक मंडल के सदस्य यशवंत सिन्हा पर हमला बोलते हुए कहा कि मूडीज इंवेस्टर सर्विस द्वारा भारत की रेटिंग को बीएए3 से बढ़ाकर बीएए2 करने पर पीएम मोदी के द्वारा उठायें गए कदमों की आलोचना करने वालों को जवाब मिल गया होगा।

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उनका कहना है कि मूडीज की रेटिंग सरकार द्वारा किए गए संरचनात्मक सुधारों पर अंतर्राष्ट्रीय मुहर है। उन्होंने प्रेस कांफ्रेस करते हुए कहा, “यह पिछले कुछ वर्षों में उठाए गए सभी सकारात्मक कदमों को देर से मिली मान्यता है। यह एक मान्यता और प्रक्रिया है, जिसे भारत ने पिछले तीन-चार वर्षों में पार किया है, और संरचनात्मक सुधारों ने भारत को उच्च विकास पथ पर रखा है।”

बता दें कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल के दौरान वित्त मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा रहे हैं। बीते दिनों यशवंत सिन्हा ने मौजूदा केंद्रीय सरकार की आलोचना करते हुए कहा था कि अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए उठाए गए गलत क़दमों के लिए पीएम मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि जीएसटी गलत समय पर लागू किया गया है।

बता दे देशों को क्रेडिट रेटिंग देने वाली अमेरिकी संस्था मूडीज ने देशों की रेटिंग में 13 सालों बाद भारत के स्थान में सुधार करते हुए उसे ‘बीएए2’ कर दिया है। मूडीज की रिपोर्ट के मुताबिक भारत सरकार के “आर्थिक और संस्थागत सुधारों के व्यापक कार्यक्रम का नतीजा है।”

उन्होंने कहा, “मूडीज द्वारा भारत की रेटिंग में सुधार करना हमारी सरकार की ओर से पिछले तीन वर्षों में अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए किए गए सकारात्मक प्रयासों का नतीजा है।”

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