राहुल ने फिर साधा केंद्र पर निशाना, ‘राफेल डील’ पर खड़े किए कई बड़े सवाल  

राफेल फाइटर जेट डीलनई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की। शनिवार को उन्होंने ट्वीट के माध्यम से राफेल फाइटर जेट डील का मुद्दा उठाया। कांग्रेस ने फ्रांस की कंपनी दसाल्त एविएशन से खरीदे जा रहे 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद में पारदर्शिता और नियम-प्रावधानों को दरकिनार करने का आरोप लगाया है।

बता दें एक दिन पहले भी इसी मामले को उठाते हुए राहुल ने सरकार को निशाने पर लिया था। इस मामले में सीतारमण ने कहा, ‘यह आरोप शर्मनाक हैं। इस सौदे को पारदर्शी प्रक्रिया का पालन करते हुए अंतिम रूप दिया गया।’

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खबरों के मुताबिक़ उन्होंने ट्वीट में लिखा कि ‘आरएम जी शर्मनाक ये है कि आपके बॉस आपको चुप कर रहे हैं। कृपया बताइए कि राफेल जेट को किस कीमत पर खरीदा गया?

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भारत सरकार के उपक्रम हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से ये डील छीनकर रक्षा क्षेत्र में बिना अनुभव वाले डबल ए रेटेड बिजनेसमैन को क्यों सौंपी गई?’

इससे पहले 17 नवंबर को भी राहुल गांधी ने डील के बारे में कई सवाल पूछे थे, जिसके बाद रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि 36 राफेल लड़ाकू विमान की खरीद संबंधी सौदे से जुड़े आरोप ‘शर्मनाक’ हैं और ऐसी कलह सशस्त्र बलों के लिए नुकसानदायक है।

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रक्षा मंत्री ने कहा कि वायुसेना की फौरी जरूरत ही इस करार को करने की अहम वजह थी। उन्होंने कहा कि 36 राफेल विमानों के लिए अंतिम करार पर सितंबर 2016 में दस्तखत किए गए।

गौरतलब है कि कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि एक कारोबारी को फायदा पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री ने ‘समूचा सौदा’ ही बदल दिया।

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