पूरे देश में है मकर संक्रांति की धूम, जानिए किस राज्य में कैसे करते हैं सेलिब्रेट
मकर संक्रांति के दिन हमारे देश में कई त्योहार मनाए जाते हैं. मकर संक्रांति के विभिन्न रूप हैं, जिन्हें अलग अलग अंदाज में मनाया जाता है. मकर संक्रांति भारत का एक ऐसा पर्व है, जिसे सम्पूर्ण भारत में मनाया जाता है, लेकिन अलग-अलग नामों के साथ तो आइए जानते हैं, किस राज्य में किस तरह मनाया जाता है मकर संक्रांति का त्योहार.
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में मकर संक्रांति को खिचड़ी के रूप में मनाया जाता है. इस दिन घरों में खिचड़ी बनती हैं. खिचड़ी के साथ मूंगफली की चिक्की,गजक, तिल के लड्डू आदि भी दान किया जाता है.
बिहार-झारखंड
इन दोनों राज्यों में मकर संक्रांति और खिचड़ी दोनों ही मनाया जाता है. इस दिन दही चुड़ा और बहोड़ा खाने का प्रचलन है. इसी के साथ यहां रात के भोजन के लिए एक अलग प्रकार की खिचड़ी बनाई जाती है, जिसे चोखा,पाप ,घी,अचार की चौकड़ी के आठ परोसा जाता है. इसके अलवा मीठे में तिल के लड्डू,तिल की मिठाई,गुड,मस्का आदि शामिल है.
महाराष्ट्र
तिळगुळ घ्या गोड गोड बोला महाराष्ट्र में मकर संक्रांति को तिळगुळ घ्या गोड गोड बोला के नाम से तीन दिन तक मनाया जाता है. यहां पुरण की रोटी खाने का महत्व है. इस पर्व की खास बात यह है कि तिल-गुड़ बांटकर सभी पुरानी कडवाहटों को भुलाकर लोग आगे बढ़ते हैं.
हरियाणा और पंजाब
मकर संक्रांति को लोहड़ी के रूप में मनाते हैं. ये फसलों का त्योहार कहा जाता है. क्योंकि इस दिन पहली फसल कटकर तैयार होती है. इस दिन महिलाएं आग जलाकर उसके चारों और घूमकर अग्निदेव की पूजा कर उन्हें मूंगफली, तिल की बने मिठाइयाँ चढ़ाती हैं और आपस में मिलकर गीत गीत गाती हैं.
तमिलनाडू
तमिल नाडू में मकर संक्रांति को पोंगल के रूप में मनाया जाता है. ये करीब चार दिन तक चलता है. इस दिन यहां मिट्टी के बर्तन में खीर बनाने का चलन है,जिसे पोंगल कहा जाता है. खीर सबसे पहले भगवान सूर्य को खिलाया जाता है.
राजस्थान
राजस्थान में भी गुजरात की तरह मकर संक्रांति के दिन पतंगें उड़ाने का चलन है. इस दिन पतंगे उड़ाने के साथ साथ इस दिन महिलाओं को सुहाग का सामान भी दिया जाता है. घरों में फेनी, तिल के लड्डू, खीर, घेवर, व्यंजन आदि बनाए जाते हैं.
गुजरात
गुजरात में लोग मकर संक्रांति के दिन जमकर पतंगे उड़ाते हैं. इस समय गुजरात में इंटरनेशनल काईट फेस्टिवल आयोजित किया जाता है,जिसमें कई विदेशी देश हिस्सा लेने पहुंचते हैं. इस दिन गुजरात में बाजारों में तिल,गुड़,गजक, मूंगफली की भरमार रहती है.