महादेव दिलाएंगे हर श्राप से मुक्ति, अपनाएं ये उपाय

श्राप से मुक्तिभविष्य का निर्माण मनुष्य द्वारा किये गये कर्मों के आधार पर होता है। लेकिन कभी-कभी हम जाने-अनजाने कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिनके बारे में हम ध्यान ही नहीं देते हैं। इस प्रकार से इंसान श्राप का भागीदार बन जाता है। इसकी कई वजहें हो सकती हैं, मसलन उसने अपना दायित्व सही तरह न निभाया हो या फिर उसे यह वृक्ष वगैरह काटने से मिला हो। लेकिन इस संसार में सिर्फ महादेव ही हैं जो आपको किसी भी तरह के श्राप से मुक्ति दिलवा सकते हैं।

इस पवित्र नदी के किनारे निवास करते हैं भगवान विष्णु, देते हैं भक्तों को आशीर्वाद  

इस संसार में कई तरह के श्राप होते हैं और ये कई अलग-अलग कारणों से पैदा हो जाते हैं। जब व्यक्ति को दुष्कर्मों के फल का कारण और निवारण पता न हो तो यह श्राप कहा जाता है। श्राप को एक निश्चित अवधि तक भोगना पड़ता है और कभी-कभी यह इतना कठोर होता है कि कई जन्मों तक पीछा नहीं छोड़ता।

श्राप से मुक्ति-

शिव जी किसी भी तरह के श्राप और दुख का निवारण कर सकते हैं।

श्राप के बारे में कुंडली से पता करना ही सबसे सटीक तरीका माना जाता है। कुंडली में श्राप तब होता है…

  • जब कुंडली में राहु की स्थिति ख़राब हो
  • जब कुंडली में सूर्य और शनि का संबंध हो
  • जब कुंडली में शनि के साथ राहु का संबंध हो
  • जब हाथों के बीचोंबीच तिल हो

कारण

ये कुछ ऐसे कारण हैं जिनके बारे में इंसान सोचता भी नहीं है और कभी कभी जाने अनजाने में गलतियां कर बैठता है। ऐसे में श्राप कई जन्म तक इंसान का पीछा नहीं छोड़ते :-

  • अपने दायित्वों को न निभाना, जिसके कारण लोगों को तकलीफ हो
  • बिना आवश्यकता के हरे वृक्ष कटवाना या हरे वृक्ष को खुद के स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करना
  • गर्भपात करना या करवाना
  • विशेष रूप से स्त्री गर्भ की हत्या करना या करवाना
  • अपने पति, पत्नी या मित्र के साथ छल करना
  • अपने गुरु की आज्ञा की अवहेलना करना
  • गुरु का अपमान करना

विघ्नहर्ता के ये बारह नाम हर लेंगे सारे दुख, पूरी होंगी सभी इच्छाएं  

श्राप से छुटकारा पाने के तरीके:-

अगर दायित्व न निभाए हों तो 

  1. आगे से अपने दायित्व ठीक तरह निभाइए
  2. अस्पताल में दवाइयां बांटिए और रोगियों की सेवा करें

अगर हरे वृक्ष कटवाए हों तो 

  1. लम्बी आयु तक रहने वाले ढेर सारे वृक्ष लगवाएं
  2. रोज पौधों में पानी डालें
  3. जल की बर्बादी करने से बचें
  4. हर रोज़ सुबह ‘ऊँ गंगाधराय नमः’ का जाप करें
  5. सूर्योदय के पहले उठकर ‘ऊँ नमो भगवते रुद्राय’ का जाप करें और सोमवार को अनाज न खाएं

गुरु का अपमान किया हो तो 

  • उनसे नियमित क्षमा याचना करें
  • दूसरे लोगों को ज्ञान और मुक्ति का मार्ग दिखाएं
  • रुद्राष्टक का पाठ करें

किसी भी तरह के श्राप से मुक्ति के लिए शिव जी को भक्ति भाव से याद करने के साथ ही आप इन उपायों के जरिए अपना जीवन खुशहाल बना सकते हैं।

देखें वीडियो:-

LIVE TV