सियासी दांवपेंच की तैयारी शुरू, 28 फरवरी को भाजपा की अहम बैठक

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का शीर्ष नेतृत्व पार्टी के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों के साथ 28 फरवरी को यहां 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर चर्चा करेगा। पार्टी पदाधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।

सियासी दांवपेंच की तैयारी शुरू

दिनभर चलने वाली चर्चा में संगठनात्मक तैयारी, महत्वाकांक्षी केंद्रीय योजनाओं के कार्यान्वयन, लोकसभा चुनाव की तैयारी, देशभर के 10 करोड़ गरीब परिवारों को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराने की केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना और ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ जैसे मुद्दों पर प्रमुख रूप से चर्चा की संभावना है।

भाजपा के 14 मुख्यमंत्री हैं और बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात और जम्मू एवं कश्मीर जैसे राज्यों में उपमुख्यमंत्री हैं। बिहार में भाजपा के गठबंधन भागीदार जनता दल (यूनाइटेड) और जम्मू एवं कश्मीर में ‘पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी’ (पीडीपी) है।

पदाधिकारियों के मुताबिक, भाजपा नेतृत्व ने बैठक में तैयारी करके आने के लिए एक पांच-सूत्री नोट भेजा है। भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव द्वारा लिखे गए पत्र में मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों से ‘शक्ति केंद्र’ बनाने और ‘पन्ना प्रमुख’ की नियुक्ति करने के साथ ही जमीनी स्तर की तैयारी को विस्तार से पेश करने के लिए कहा गया है।

राज्यों को गरीबों को ध्यान में रखकर चलाई गई केंद्रीय योजनाओं के कार्यान्वयन और सामाजिक व आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों जैसे जन-धन, मुद्रा, उज्ज्वला, आवासीय व अन्य योजनाओं के कार्यान्वयन की स्थिति रपट पेश करने के लिए कहा गया है।

‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ पर भी तीन पृष्ठ का एक नोट भेजा गया है, जिसके संबंध में मुख्यमंत्रियों से सरकार या संगठन के एक वरिष्ठ नेता के नेतृत्व में समितियों का गठन करने के लिए कहा गया है, ताकि यह मुद्दा सार्वजनिक रूप से जोर पकड़ सके। उन लोगों से गैर सरकारी संगठनों और अन्य युवा संगठनों को भी शामिल करने के लिए कहा गया है।

यह बैठक उसी दिन होगी, जिस दिन मध्य प्रदेश में दो सीटों के लिए हुए विधानसभा उपचुनाव और ओडिशा में एक सीट के लिए हुए विधानसभा उपचुनाव के नतीजे आएंगे और मध्य प्रदेश सरकार द्वारा बजट पेश किया जाएगा।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा उद्घाटन सत्र में नहीं भाग लेने की संभावना है, जिसे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह संबोधित करेंगे। वह शायद समापन सत्र में हिस्सा लें, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे।

सूत्रों ने कहा कि उन 120 लोकसभा सीटों को जीतने के लिए एक रणनीति बनाने पर भी एक सत्र होगा, जिन्हें भाजपा आजतक नहीं जीत पाई है।

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पार्टी की रणनीति में शामिल एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने बताया कि इस बैठक का उद्देश्य बड़ी संख्या में सीटें जीतकर केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बनाना और भाजपा शासित प्रदेशों में जहां 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया था, वहां फिर से सत्तारूढ़ होना है।

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साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, गोवा, असम, दिल्ली, झारखंड और बिहार में बड़ी संख्या में सीटें जीती थी।

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