कोलकाता आए और विक्टोरिया मेमोरियल नहीं घूमा तो क्या घूमा
कोलकाता। सांस्कारिक और कल्चर दोनों ही तौर पर कोलकाता को देश का दिल माना जाता है। महलों के इस खूबसूरत शहर को ‘सिटी ऑफ़ जॉय’ के नाम से भी जाना जाता है। यहां हर त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। दुर्गा पूजा, दीवाली और दशहरे में होने वाली काली पूजा जैसे त्योहारों को मनाने और अपने घर को सजाने के तरीके के कारण ही लोगों के कला प्रेम को बताते हैं।
यहां पर घूमने लायक बहुत सी जगह है जैसे कॉलेज स्ट्रीट पढ़ने के शौक़ीन लोगों के लिए बहुत फेमस है। इसके अलावा हावड़ा ब्रिज, पार्क स्ट्रीट आदि जगहें मौजूद है। इन सबके बीच सबसे फेमस विक्टोरिया महल है। कहा जाता है कि भिन्न प्रकार के रेस्तरां और पब होने के कारण यहां की स्ट्रीट रात भर जागी रहती है।
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विक्टोरिया मेमोरियल
कोलकाता में स्थित विक्टोरिया मेमोरियल यहां के प्रमुख लैंडमार्क्स में से एक है। रानी विक्टोरिया की याद में इस खूबसूरत रचना का निर्माण किया गया था और आज ये पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस इमारत की सबसे बड़ी खासियत इसकी रचना है जो कि ब्रिटिश और मुगल शैली को मिलाकर की गई है।
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‘विजय के दूत‘ की प्रतिमा मौजूद है
इस ऐतहासिक म्यूजियम के बीच में बने गुम्बद पर ‘विजय के दूत’ की प्रतिमा बनी हुई है जो शाम के वक्त बेहद खूबसूरत लगती है। ये बड़े से एक बॉल बेअरिंग पर मौजूद है जो हवा के साथ इधर-उधर घूमती नज़र आती है। यहां पर घूमकर आपको आगरा के ताजमहल की याद दिलाएगी क्योकि ज्यादातर रचनाएं उसी के डिजाइन की तरह है।
रहस्मय तरीके से लिखा है गेट पर
आप इसके गेट के पास “VRI” लिखा हुआ देखेंगे जिसका मतलब शायद विक्टोरिया रानी और महारानी है। वहीं पर एक और रहस्मय लेखन है “Dieu Et Mon Droit” जो मेमोरियल के प्रवेशद्वार पर लिखा हुआ है। इसका मतलब “भगवान और मेरे अधिकार” होता है जो सम्राट के शासन करने के अधिकार की ओर इशारा करता है।